ICC महिला विश्व कप क्वालीफ़ायर : हरमनप्रीत ने भारतीय महिला टीम को बनाया चैंपियन

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने मंगलवार को कोलंबो में खेले गए आईसीसी महिला विश्व कप क्वालीफ़ायर के रोमांचक फाइनल में दक्षिण अफ्रीका को एक विकेट से हराकर ख़िताब जीता। दक्षिण अफ्रीका ने पहले बल्लेबाजी की और उसकी पूरी टीम 49.4 ओवर में 244 रन बनाकर ऑलआउट हुई। जवाब में भारत ने 9 विकेट गंवाकर अंतिम गेंद पर लक्ष्य हासिल किया। मैच में 89 गेंदों में 8 चौको की मदद से 71 रन की पारी खेलने वाली दीप्ति शर्मा को मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। दक्षिण अफ्रीका की सुने लूस को मैन ऑफ़ द टूर्नामेंट चुना गया। उल्लेखनीय है कि भारत ने पूरे टूर्नामेंट में एक भी मैच नहीं गंवाया। भारतीय टीम को अंतिम ओवर में 9 रन की दरकार थी जबकि उसके 8 विकेट गिर चुके थे। लेटसोआलो पारी का आखिरी ओवर डाल रही थी। हरमनप्रीत ने पहली गेंद पर डीप मिडविकेट की दिशा में शॉट खेला और दो रन लेने का प्रयास किया, तभी पूनम यादव (7) रनआउट हो गई। फिर कौर का साथ निभाने आई अंतिम महिला बल्लेबाज राजेश्वरी गायकवाड़। लेटसोआलो ने शानदार गेंदबाजी करते हुए अगली तीन गेंदें खाली निकाली। हरमनप्रीत कौर पर दबाव बढ़ रहा था, लेकिन पांचवीं गेंद पर उन्होंने डीप मिडविकेट की दिशा में शानदार छक्का जमाकर बाजी पलट दी। फिर भारत को एक गेंद में दो रन की जरुरत थी जबकि उसका एक विकेट शेष था। स्ट्राइक पर मौजूद हरमनप्रीत कौर ने अंतिम गेंद पर मिड ऑन की दिशा में हवा में शॉट खेला, इससे पहले कि दक्षिण अफ्रीकी खिलाड़ी गेंद पकड़कर थ्रो करती, भारतीय महिला बल्लेबाजों ने दो रन लेकर ख़िताब जीत लिया। मैच जीतने के बाद हरमनप्रीत कौर ने पिच को चूमकर धन्यवाद दिया। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका द्वारा मिले 245 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरी भारत की शुरुआत सही नहीं रही। थिरुष कामिनी (10) को मरिज़ाने कैप ने डेन वैन निएकेर्क के हाथों कैच आउट करा दिया। पहला विकेट जल्दी गिरने के बाद मोना मेशराम (59) और दीप्ति शर्मा (71) ने दूसरे विकेट के लिए 124 रन की शतकीय साझेदारी करके भारत की स्थिति मजबूत की। मोना ने 82 गेंदों में 7 चौके और एक छक्के की मदद से 59 रन बनाए। उन्होंने अपना अर्धशतक छक्का जड़कर पूरा किया। वहीं दीप्ति ने 89 गेंदों में 8 चौको की मदद से 71 रन की आकर्षक पारी खेली। मोना मेशराम को डेन वैन निएकेर्क ने बोल्ड करके वन-डे में अपना 100वां शिकार किया। दीप्ति को लेटसोआलो ने वोल्वार्ड के हाथों कैच आउट कराया। इसके बाद वेदा कृष्णामूर्ति (31) और हरमनप्रीत कौर (41*) ने चौथे विकेट के लिए 38 रन की साझेदारी की। वेदा को कैप ने विकेटकीपर चेट्टी के हाथों कैच आउट कराया। शिखा पांडे (12) के रनआउट होते ही मैच पर दक्षिण अफ्रीका की पकड़ मजबूत होती दिखी। हालांकि, भारतीय महिला क्रिकेट टीम की फाइनल में कप्तान बनी हरमनप्रीत कौर ने 41 गेंदों में 2 चौको और एक छक्के की मदद से नाबाद 41 रन की पारी खेलकर भारत को चैंपियन बनाया। दक्षिण अफ्रीका की तरफ से कैप और खाका ने दो-दो विकेट लिए। शबनिम इस्माइल, डेन वैन निएकेर्क और मर्सिया लेटसोआलो को एक-एक विकेट मिला। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका की कप्तान डेन वैन निएकेर्क ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया। भारतीय टीम की गेंदबाजों ने नियमित अंतराल में दक्षिण अफ्रीका के विकेट निकाले। हालांकि, मिग्नोन डू प्रीज़ (40), सुने लूस (35), लिजेल ली (37) और कप्तान डेन वैन निएकेर्क (37) की उपयोगी पारियों की मदद से 244 रन का सम्मानजनक स्कोर खड़ा किया। भारत की तरफ से राजेश्वरी गायकवाड़ ने सर्वाधिक तीन विकेट लिए। शिखा पांडे को दो सफलताएं मिली। एकता बिष्ट, पूनम यादव और दीप्ति शर्मा को एक-एक विकेट मिला।