बेंगलुरु में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चल रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन का खेल समाप्त होने तक ऑस्ट्रेलिया ने 6 विकेट पर 237 रन बनाए। भारत के पहली पारी में बनाए 189 रन को पीछे छोड़ते हुए उन्हें 48 रनों की बढ़त प्राप्त हो गई हैं, जबकि उनके 4 विकेट अभी भी शेष हैं। मैथ्यू वेड 25 और मिचेल स्टार्क 14 रन बनाकर क्रीज पर हैं। जडेजा तीन विकेट झटककर सबसे सफल भारतीय गेंदबाज रहे। दिन के आखिरी सत्र में 27 ओवर के खेल में 74 रन बने तथा शॉन मार्श के रूप में एक विकेट गिरा। इससे पहले चायकाल तक ऑस्ट्रेलिया का स्कोर 5 विकेट के नुकसान पर 163 रन था और ऐसा लग रहा था कि शायद उनकी पारी जल्दी ही सिमट जाएगी लेकिन वेड और मार्श ने छठे विकेट के लिए महत्वपूर्ण साझेदारी करते हुए सभी अनुमानों को गलत साबित कर दिया। लम्बे समय तक नंबर चार पर बल्लेबाजी के दौरान लड़खड़ाने वाले कंगारू बल्लेबाज शॉन मार्श ने अर्धशतक जमाया। उन्होंने विकेटकीपर बल्लेबाज मैथ्यू वेड के साथ मिलकर छठे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी निभाई और अपनी टीम को मैच में मजबूती की ओर अग्रसर कर दिया। दिन का खेल समाप्त होने से कुछ समय पहले ही उमेश यादव की गेंद पर शॉन मार्श को 66 के निजी योग पर करुण नायर ने लपका, तब तक ऑस्ट्रेलिया के लिए वे अपना काम कर चुके थे। दिन के आखिरी सत्र में कोई भी भारतीय गेंदबाज मार्श और वेड के सामने प्रभाव नहीं छोड़ पाया जिसके फलस्वरूप ऑस्ट्रेलिया ने पहली पारी के आधार पर भारत पर बढ़त प्राप्त कर ली। स्मिथ और वॉर्नर के पहले सत्र में आउट होने के बाद कंगारू पारी के जल्द ही सिमटने की संभावनाएं जताई जा रही थी लेकिन रेनशॉ और मार्श ने ऑस्ट्रेलिया के लिए संजीवनी का काम किया और अहम पारियां खेलते हुए भारतीय गेंदबाजों के मंसूबों पर पानी फेर दिया। रेनशॉ ने भी 60 रन बनाए। जिस तरह पिच का व्यवहार रहा है, उससे कहा जा सकता है कि यह अभी भी बल्लेबाजी के लिए अच्छी है और तीसरे दिन भारतीय गेंदबाज ऑस्ट्रेलिया को जल्दी आउट कर भारत को मैच में बनाए रखने की कोशिश करेंगे। दूसरा सत्र भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरु में चल रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन चायकाल तक मेहमान टीम ने 5 विकेट पर 163 रन बना लिए हैं। पहली पारी के स्कोर के आधार पर वे अभी भारत से 26 रन पीछे हैं। शॉन मार्श 38 रन बनाकर क्रीज पर हैं। इस सत्र में कुल 34 ओवर की गेंदबाजी हुई। इसमें 76 रन बने और 3 विकेट गिरे। लंच के बाद बल्लेबाजी के लिए आए रेनशॉ और मार्श ने रक्षात्मक रवैये के साथ बल्लेबाजी करते हुए भारतीय स्पिनरों को खेला। इस दौरान मैट रेनशॉ ने अपने स्कोर में 8 रन और जोड़ते हुए अपना तीसरा टेस्ट अर्धशतक भी पूरा कर लिया। उनकी बल्लेबाजी में एक और ख़ास बात यह रही कि उन्होंने इस पारी के दौरान 100 से अधिक गेंदों का सामना किया। वे अपने छोटे से करियर में ऐसा पांच बार कर चुके हैं। उन्हें जडेजा ने लेग स्टंप से बाहर गेंद फेंकते हुए साहा के हाथों स्टम्पिंग कराया। इस तरह से रेनशॉ के रूप में ऑस्ट्रेलिया को तीसरा झटका लगा जिन्होंने 60 रनों की अहम पारी खेली। शॉन मार्श ने लंच से चाय के बीच अच्छी और धैर्यपूर्ण बल्लेबाजी की और रेनशॉ के साथ मिलकर तीसरे विकेट के लिए 50 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी निभाई। मार्श अभी ने पीटर हैंड्सकॉम्ब के साथ मिलकर ऑस्ट्रलियाई पारी को संवारने की कोशिश की लेकिन जडेजा ने 16 रन के निजी योग पर हैंड्सकॉम्ब को चलता कर इस साझेदारी को आगे नहीं बढ़ने दिया। नए बल्लेबाज मिचेल मार्श को चाय से पहले अंतिम गेंद पर इशांत शर्मा ने पगबाधा कर पारी का अंत कर दिया. वे अपना खाता भी नहीं खोल पाए. कप्तान कोहली ने गेंदबाजों को बदलते हुए बखूबी इस्तेमाल किया है लेकिन ऐसा अभी तक देखने को नहीं मिला, जो विपक्षी गेंदबाज नाथन लायन ने किया था। अश्विन को टर्न और बाउंस जरुर प्राप्त हुआ है लेकिन विकेट अभी उन्हें एक ही मिल पाया है, जो उनकी प्रतिभा के लिहाज से कम ही है। चाय के बाद ऑस्ट्रेलिया की रणनीति भारत की पहली पारी में बनाए स्कोर से आगे निकलते हुए एक अच्छी बढ़त प्राप्त करने की होगी। पहला सत्र भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बेंगलुरु में चल रहे दूसरे टेस्ट के दूसरे दिन भोजनकाल तक मेहमान टीम ने 2 विकेट पर 87 रन बना लिए हैं। पहली पारी के स्कोर के आधार पर वे अभी भारत से 102 रन पीछे हैं। शॉन मार्श 2 और मैट रेनशॉ 40 रन बनाकर क्रीज पर हैं। रविचंद्रन अश्विन को एक तथा रविन्द्र जडेजा को भी एक सफलता मिली। इस सत्र में कुल 31 ओवर की गेंदबाजी हुई। इसमें 47 रन बने और दो विकेट गिरे। कल के स्कोर 40/0 से आगे खेलते हुए ऑस्ट्रेलियाई ओपनर बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी पूरी कर अपनी टीम को एक अच्छी शुरुआत देने का काम किया। इस घरेलू सत्र में विदेशी टीमों द्वारा 50 या अधिक रनों की यह सातवीं साझेदारी रही। वॉर्नर ने तेजी से अपने स्कोर को बढाने का प्रयास रखा। अश्विन की की लेग स्टंप पर पिच हुई गेंद को समझने में दोहरी मानसिकता की वजह से गेंद उनका विकेट ले उड़ी, इस तरह से कंगारूओं का पहला विकेट गिरा। उन्होंने 33 रनों का योगदान किया। इस समय टीम का स्कोर 52 रन था। यह आठवां मौका है जब अश्विन ने वॉर्नर को अपना शिकार बनाया है। इससे पहले अन्य किसी भी गेंदबाज ने उन्हें इतनी बार शिकार नहीं बनाया था। वॉर्नर के आउट होने के बाद क्रीज पर आए कप्तान स्टीव स्मिथ ने बेहद धीमी शुरुआत करते हुए संभलकर खेलना शुरू किया। खाता खोलने के बाद अधिकांश समय वे रक्षात्मक ही रहे और दूसरे छोर पर खड़े रेनशॉ को खेलने का भरपूर मौका प्रदान किया, जिसे उन्होंने भुनाया भी और हर खराब गेंद को सीमा रेखा दिखाने में पीछे नहीं रहे। कप्तान कोहली ने अश्विन के साथ उमेश यादव को गेंदबाजी पर लगाया लेकिन उतनी रिवर्स स्विंग उन्हें नहीं मिली, इससे ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों को उन्हें खेलने में कोई परेशानी नहीं हुई। इसके बाद कप्तान कोहली ने गेंदबाजी में परिवर्तन करते हुए अश्विन की जगह जडेजा को गेंद थमाई, उन्होंने इस फैसले को सही साबित करते हुए स्टीव स्मिथ को विकेटकीपर साहा के हाथों कैच करा महज 8 रन पर उनकी पारी समाप्त की। इस तरह से ऑस्ट्रेलिया को 82 रन पर दूसरा झटका लगा। संक्षिप्त स्कोर भारत पहली पारी: 189/10 (राहुल 90, लायन 50/8) ऑस्ट्रेलिया पहली पारी : 221/6 (रेनशॉ 60, शॉन मार्श 66, जडेजा 49/3)