भारतीय कप्तान विराट कोहली को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बेंगलुरु टेस्ट की दूसरी पारी में अम्पायर नाइजल लॉन्ग द्वारा आउट देने के बाद डीआरएस में भी विवादस्पद तरीके से आउट करार दिया गया। जोश हेजलवुड की गेंद कोहली के पैड या बैट में पहले कहाँ लगी यह स्पष्ट नहीं हो पाया लेकिन मैदानी अम्पायर के फैसले को बरक़रार रखते हुए तीसरे अम्पायर ने भी विराट को आउट करार दिया। तीसरे दिन चायकाल से पहले यह ऐसा हुआ। जब भारतीय कप्तान को 15 रनों पर पगबाधा आउट दिया गया, तब रिप्ले में ऐसा लग रहा था कि गेंद बल्ले और पैड पर एक साथ टकरा रही थी। तीसरे अम्पायर ने कहा कि साफ़ तौर पर बल्ले को छूने का कोई सबूत नहीं है इसलिए कोहली को मैदानी अम्पायर द्वारा दिया गया निर्णय बरक़रार रखा जाए। अम्पायर के निर्णय पर सभी को आश्चर्य हुआ। हेजलवुड ने हल्की अपील की जब अम्पायर ने ऊँगली उठाई, तो कोहली ने तुरंत रिव्यू के लिए जाने का फैसला कर लिया क्योंकि उन्हें मालूम था कि गेंद उनके बल्ले से लगी है। हालाँकि यह साफ़ हो गया था कि गेंद विकेटों को लगती लेकिन उससे पहले बैट या पैड में किसे छूकर निकली, यह तीसरे अम्पायर को भी मालूम नहीं हुआ। यही एक बड़ा प्रश्नवाचक बनकर उभरा। इसमें साफ नजर आता है कि गेंद बल्ले और पैड से एक साथ टकराई है। यह बात और भी प्रबल तब हो जाती है, जब अम्पायर की उंगली उठने के तुरंत बाद विराट कोहली के रिव्यू लेने के फैसले को देखा जाए तो माना जा सकता है कि गेंद उनके बल्ले से पहले टकराई हो। इस एंगल से देखने पर साफ़ नजर आता है कि गेंद बल्ले और पैड पर एक साथ जाकर लगी है। इसमें पहले कौन सी जगह गेंद टकराई है, यह निर्णय लेना मुश्किल है। इम्पैक्ट अम्पायर्स कॉल था और बाकी सब कुछ लाल था। मैदानी अम्पायर का निर्णय आउट था इसलिए तीसरे अम्पायर के लिए इसे बदलना मुमकिन नहीं था। इस तरह विराट कोहली को एक बार फिर बल्ले से फ्लॉप होकर पवेलियन जाना पड़ा लेकिन सोशल मीडिया पर इस निर्णय के बारे में कई बातें देखने को मिल रही है।