ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ धर्मशाला में सनसनीखेज डेब्यू करने के बाद भारतीय टीम के बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज कुलदीप यादव ने अपना प्रभाव बनाया है। धर्मशाला टेस्ट के पहले दिन यादव ने 68 रन देकर चार विकेट लिए और ऑस्ट्रेलिया की पहली पारी 300 रन पर ऑलआउट करने में अहम भूमिका निभाई। बाएं हाथ के चाइनामैन गेंदबाज ने अपने बचपन के आदर्श, ऑस्ट्रेलिया के महान लेगस्पिनर शेन वॉर्न को शानदार प्रदर्शन का श्रेय दिया। यादव ने कहा, 'अगर आपने पहला विकेट देखा हो तो वह चाइनामैन वाली गेंद नहीं थी। वह फ्लिपर थी, जिसे मैंने वॉर्न से सीखा।' यह भी पढ़ें : शुरूआती ओवर के बारे में सोचकर परेशान था : कुलदीप यादव जवाब में वॉर्न ने 22 वर्षीय भारतीय गेंदबाज की तारीफ करते हुए कहा कि वह हमेशा किसी भी स्पिनर को विशेषज्ञ बनने में मदद करने के लिए उपलब्ध हैं। वॉर्न ने कहा कि वह किसी भी देश के स्पिनर की मदद करने के लिए तैयार हैं और रिस्ट स्पिनर्स के बेहतर भविष्य की कामना करते हैं। कुलदीप ने कहा था कि स्पिन गेंदबाजी सीखने के लिए वह अब भी वॉर्न के गेंदबाजी वीडियो देखते हैं और खुलासा किया कि 47 वर्षीय वॉर्न ने उनके साथ भविष्य में ट्रेनिंग सत्र आयोजित करने का वादा किया है। Always happy to help out any young spinner from any country. Long live the wrist spinners, Kuldeep was very impressive @ProCricketLive ? https://t.co/p26XyQAC7d? Shane Warne (@ShaneWarne) March 26, 2017 कुलदीप ने कहा, 'यह मजेदार है कि उनसे ट्रिक सीखकर उन्हीं के देश के बल्लेबाज को आउट कर दिया जाए। वॉर्न मेरे आदर्श हैं और मैं बचपन से उनका अनुयायी हूं। अब भी मैं उनके वीडियो देखता हूं। मेरा सपना साकार हुआ जब मैं पहली बार उनसे मिला और उनसे बातचीत की। मैं उनकी सलाह का आज भी पालन कर रहा हूं। अब उन्होंने मुझे दोबारा मिलने का वादा किया अहि और मेरे साथ एक ट्रेनिंग सत्र आयोजित करने को कहा है।' धर्मशाला टेस्ट के पहले दिन कुलदीप ने दूसरे सत्र में तीन विकेट जल्दी-जल्दी निकाले। उन्होंने डेविड वॉर्नर, पीटर हैंड्सकोंब और ग्लेन मैक्सवेल को अपना शिकार बनाया। इसके बाद उन्होंने पैट कमिंस को आउट करके चौथा शिकार किया।