भारतीय क्रिकेट टीम को एक नया कोच दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले के तौर पर मिल गया, जिन्हें क्रिकेट सलाहकार समिति में शामिल सचिन तेंदुलकर, सौरव गांगुली, वीवीएस लक्ष्मण और संजय जगदाले ने चुना है। टीम इंडिया के कोच के लिए कुल 57 उम्मीदवारों ने आवेदन किया था, जिसमें 21 को शॉर्टलिस्ट किया गया था और फिर उनमें सभी का इंटरव्यू होने के बाद अनिल कुंबले के नाम पर मुहर लगी। इस सलाहकार समिति में सौरव गांगुली एक अहम किरदार निभा रहे थे। और कोच पद की दौड़ में टीम इंडिया के पूर्व निदेशक रवि शास्त्री काफ़ी आगे चल रहे थे। सलाहकार समिति ने 21 जून को सभी शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों का इंटरव्यू लिया जिसके बाद अनिल कुंबले के नाम पर अंतिम फ़ैसला किया गया। लेकिन इस सलाहकार समिति में शामिल सौरव गांगुली पर अब सवाल उठने लगे हैं और ये सवाल कोई और नहीं बल्कि भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व हरफ़नमौला खिलाड़ी रवि शास्त्री उठा रहे हैं। एक अंग्रेज़ी अख़बार से बातचीत करते हुए शास्त्री ने कहा कि सलाहकार समिति के साथ उनका इंटरव्यू तो हुआ जिसमें उनसे कई सवाल पूछे गए, लेकिन दादा इंटरव्यू के दौरान नहीं थे। "इंटरव्यू शानदार था, कुछ बेहतरीन सवाल मुझसे सचिन, वीवीएस और संजय ने पूछे जिसका मैंने जवाब दिया। टीम के बेहतरी के लिए मैंने अपनी बात रखी, वे चाहते थे कि सभी फ़ॉर्मेट में अच्छा करने का क्या प्लान है। तेज़ गेंदबाज़ों को कैसे देखना है और इसी तरह के सवाल हुए।" : रवि शास्त्री शास्त्री ने ये भी बोला कि दादा वहां क्यों नहीं थे मौजूद, ये सवाल वह नहीं कर सकते थे। "सौरव गांगुली इंटरव्यू के दौरान नहीं थे, और वह क्यों नहीं थे ये पूछने का मुझे अधिकार नहीं। बस मुझसे जो पूछा गया मैंने उसका जवाब दिया, एक अच्छी मुलाक़ात थी।" : रवि शास्त्री शास्त्री ने ये भी कहा कि अनिल कुंबले से कोच पद के लिए हारना काफ़ी निराशाजनक रहा।