पुणे में भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच हुए पहले टेस्ट में मेजबान टीम को मिली 333 रनों की करारी हार के बाद क्रिकेट जगत में बातों जा दौर चल रहा है। इस पराजय ने भारतीय टीम के 19 टेस्ट मैचों में लगातार अविजित रहने वाले रथ को रोक दिया। बाएं हाथ के कंगारू स्पिनर ओकीफ इस जीत के हीरो बनकर निकले। पूर्व भारतीय कप्तान और महान खिलाड़ी सचिन तेंदुलकर ने भी इस पर अपना नजरिया बताया है। तेंदुलकर ने कहा कि मेरे हिसाब से भारतीय टीम में सीरीज के बाकी बचे मैचों में वापसी करने की क्षमता है। तेंदुलकर रविवार को दिल्ली हाफ मैराथन में मौजूद थे तथा उन्होंने कहा "हम पहला मैच हारे हैं, सीरीज नहीं। खेल में जीत और हार दोनों होती है। लेकिन यह निर्भर करता है कि आप वापस कैसे लड़ते हो। जहां तक मैं जानता हूं, इस टीम में वापस खड़ा होकर जवाब देने की भावना है।" अन्य पूर्व भारतीय खिलाड़ियों को देखते हुए सचिन का बयान अलग है। सुनील गावस्कर ने टीम इंडिया की हार को भारतीय टेस्ट जीवन की सबसे ख़राब पराजय बताया है। उन्होंने टीम द्वारा बिना लड़ाई के समर्पण करने पर नाराजगी जताई। ट्विटर और फेसबुक पर तमाम तरह की आलोचनाओं के बीच सचिन ने कोहली और टीम का बचाव किया। उल्लेखनीय है कि सचिन तेंदुलकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों में से एक हैं। उन्होंने अपने टेस्ट जीवन में 6 दोहरे शतक जड़े, इनमें दो इसी टीम के खिलाफ बनाए थे। अन्तर्राष्ट्रीय क्रिकेट के तमाम रिकार्डों में उनका नाम दर्ज होने के कारण ही उन्हें इस खेल का भगवान माना जाता है। भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया के विरुद्ध दूसरा टेस्ट खेलने के लिए 4 मार्च को बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम पर उतरेगी। इसमें टीम इंडिया जीत दर्ज कर सीरीज में बराबरी पर आना चाहेगी। इसके बाद तीसरा टेस्ट 16 मार्च को रांची और अंतिम टेस्ट 25 मार्च को धर्मशाला में खेला जाएगा।