विजय हजारे ट्रॉफी 2017 के दूसरे सेमीफाइनल में बंगाल ने झारखंड को 41 रनों से हराकर फाइनल में प्रवेश कर लिया है। झारखंड के लिए कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 70 रनों की धुआंधार पारी खेली, लेकिन उनकी पारी टीम को जीत दिलाने के लिए काफी नहीं थे। बंगाल के 329 के जवाब में झारखंड की टीम 288 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। बंगाल के लिए आज दोनों सलामी बल्लेबाजों - मैन ऑफ़ द मैच श्रीवत्स गोस्वामी और अभिमन्यु ईस्वरण ने शानदार शतकीय पारियां खेली थी। 20 मार्च को फाइनल में बंगाल का सामना तमिलनाडु से होगा। फ़िरोज़शाह कोटला में आज टॉस जीतकर झारखंड ने पहले गेंदबाजी का फैसला लिया था, लेकिन उनका ये फैसला गलत साबित हो गया। पहले विकेट के लिए श्रीवत्स गोस्वामी (101) ने ईस्वरण (101) के साथ 198 रनों की साझेदारी निभाई। उसके बाद कप्तान मनोज तिवारी ने 49 गेंदों में 75 रनों की धुआंधार नाबाद पारी खेलकर टीम को 329/4 के विशाल स्कोर तक पहुंचा दिया। झारखंड के लिए वरुण आरोन काफी महंगे साबित हुए और उन्होंने 10 ओवर में 89 रन देकर 2 विकेट निकाले। मोनू कुमार को एक सफलता हाथ लगी। जवाब में झारखंड की शुरुआत धीमी रही और लगातार अंतराल पर विकेट भी गिरते रहे। 23वें ओवर में टीम का स्कोर 99/3 था और कुमार देवब्रत 37 रन बनाकर आउट हुए थे। 31वें ओवर में सौरभ तिवारी 48 रनों की बढ़िया पारी खेलकर आउट हो गए। यहाँ से कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने इशांक जग्गी के साथ 97 रनों की तेज़ साझेदारी निभाई और 250/4 के स्कोर पर झारखंड के जीत की चर्चाएं भी शुरू हो चुकी थी। हालांकि धोनी को 70 के स्कोर पर प्रज्ञान ओझा ने आउट कर दिया और इसके बाद झारखंड की पारी लड़खड़ा गई। धोनी ने अपनी पारी में 62 गेंदें खेलीं और 2 चौके एवं 4 छक्के लगाये। जग्गी भी 59 रनों की पारी खेलकर आउट हुए और झारखंड 50 ओवरों में 288 रन बनाकर ऑल आउट हो गई। प्रज्ञान ओझा ने 5 विकेट लेकर टीम की जीत में अहम योगदान दिया। कनिष्क सेठऔर सायन घोष ने 2-2 एवं अशोक डिंडा ने 1 विकेट लिया। स्कोरकार्ड: बंगाल: 329/4 (श्रीवत्स गोस्वामी 101, अभिमन्यु ईस्वरण 101, मनोज तिवारी 75*) झारखंड: 288 (धोनी 70, इशांक जग्गी 59, ओझा 5/71)