समरस्लैम में ब्रॉक लैसनर और रैंडी ऑर्टन के मैच के दौरान हुई 5 गलतियां

समरस्लैम में ब्रॉक लैसनर और रैंडी ऑर्टन के खिलाफ हुए मैच ने सभी दर्शकों की भावनाओं के बांध को तोड़ दिया है। सभी को इस मैच से काफी उम्मीदें थी, लेकिन मैच के अंत को देखकर ब्रुकलिन के दर्शक निराश हुए और तालियों के बदले मैच में बूज़ की आवाज गूंजी। दर्शकों ने अपनी निराशा और ख़राब PPV के खिलाफ आवाज सोशल मीडिया पर उठाई। ब्रॉक लैसनर ने रैंडी ऑर्टन को इस कदर पीटा मानो जैसे वें टेनिस मैच में इस्तेमाल किये जाने वाले गेंद हो। रैंडी ऑर्टन जैसे काबिल रैसलर की इस तरह की पिटाई, ज्यादातर दर्शकों को पसंद नहीं आई क्यूंकि वें एक अच्छे मैच की कल्पना कर रहे थे। हालांकि ब्रॉक ने दर्शकों के इस ग़ुस्से को सहन कर लिया, लेकिन किसी रैसलर को इस तरह के ग़ुस्से का सामना नहीं करना चाहिए। ये रही 5 बातें जो ब्रॉक और रैंडी के मैच में गलत हुई: #5 ख़राब अंत randyorton-blood-1471936897-800 सबसे पहले सबसे बड़े कारण की चर्चा करते हैं, ख़राब अंत की। WWE ब्रॉक की ताकत का इस्तेमाल एक अच्छे मैच के लिए करना चाहते थे, लेकिन असर उल्टा हो गया। पहले ही रुसेव और रेन्स का मैच बिना नतीजे से खत्म हुआ था ऊपर से एक और मुख्य इवेंट का ऐसा अंत दर्शकों को पसंद नहीं आया। ऐसा कहा जा सकता है कि जीत हासिल करने के लिए लैसनर ने TKO का इस्तेमाल किया। लेकिन TKO के इस्तेमाल से मैच को खत्म करना सही नहीं है। वैसे जब विरोधी रिंग में बेहोश पड़ा हो, तभी मैच खत्म हो जाना चाहिए। अगर TKO से मैच खत्म होते तो शेन मैकमैहन, जेफ़ हार्डी, द अंडरटेकर और दूसरे रैसलर्स इतने प्रसिद्ध नहीं होते। WWE उम्मीद कर रही थी की ब्रॉक का ऑर्टन के खिलाफ ये रूप देखकर दर्शक पागल हो जाएंगे, लेकिन अगर किसी ऐसा मुकाबला देखना होता तो वो MMA देख सकता था। इस अंत के साथ दूसरी समस्या ये थी की यहाँ और WWE ने अपने आप को कोने में कर लिया था। गोल्डबर्ग के अलावा ऐसा कोई दूसरा रैसलर नहीं है, जिसने रैसलमेनिया में ब्रॉक का सामना किया होता। #4 कार्ड में इस मैच का स्थान brock-orton-1471937743-800 ख़राब अंत के साथ इस मैच के साथ एक और समस्या थी, मुख्य मैच का इस अंदाज़ में खत्म होना। अगर WWE को इस मैच का ऐसा अंत करना था, तो उन्होंने इसे मेन इवेंट मैच क्यों बनाया। इसके उलट वे बैलर-रॉलिन्स या स्टाइल्स-सीना के मैच को मेन इवेंट में जगह दे सकते थे। पहले बैंक्स-शार्लेट, बलोर-रॉलिन्स और स्टाइल्स-सीना के बेहतरीन मैच के बाद दर्शकों को भी इस मैच से बड़ी अपेक्षा थी। इसके अलावा इस मैच का स्थान तुरंत एक बेनातीजे वाले मैच के बाद करना भी सही निर्णय नहीं था। अगर दर्शकों को इस मैच के नतीजे को हजम करते हुए बाकि ख़राब बुकिंग को सहन करने की शक्ति होती, तो ही ये शो कामयाब होता। #3 पंट किक punt-kick-1471937668-800 मैच की बात कर लेते हैं। ऑर्टन ने लैसनर से भिड़ने की कोशिश की और एक समय पर ऑर्टन के दूसरे RKO से लैसनर ज़मीन पर गिरे पड़े थे। इसके बाद ऑर्टन ने लैसनर पर पंट किक की कोशिश की लेकिन लैसनर ने उन्हें पकड़ कर F5 दे दिया। लेकिन एक मिनट पंट किक पर तो पाबन्दी है? अगर किसी को याद हो तो इससे उन्हें डिसक्वालीफाई कर दिया जाना चाहिए था। लैसनर गिरे हुए हैं, तो ऑर्टन को पंट किक के इस्तेमाल की ज़रूरत क्यों पड़ी। वें एक और RKO का इस्तेमाल कर के उन्हें कवर कर सकते थे। इसका जवाब किसी के पास नहीं है। #2 न कोई काउंट आउट/ न कोई डिसक्वालिफिकेशन brock-laugh-1471936126-800 इस मैच की बात करें तो इसमें न तो कोई काउंट आउट था, न कोई डिसक्वालिफिकेशन। लैसनर और ऑर्टन रिंग के बाहर अपनी-अपनी खतरनाक मूव्स का इस्तेमाल कर रहे थे और रेफरी एक पालतू कुत्ते की तरह उन्हें पीछे-पीछे घूम रहे थे। उन्हें रिंग में आकर काउंट आउट शुरू करना चाहिए था। यहाँ पर केवल रेफरी पर इलज़ाम लगाना सही नहीं है, क्योंकि लैसनर भी रेफरी की एक भी बात मानने को तैयार नहीं थे। ये समझ में आता है कि आप लैसनर हैं इसलिए आप किसी की नहीं सुनेंगे, लेकिन मैच के दौरान कम से कम रेफरी की बात तो माननी चाहिए। भले ही रेफरी में लैसनर को कुछ कहने की हिम्मत न हो, लेकिन उनकी बात न मानाने के आरोप में वें लैसनर को डिसक्वालिफिकेशन कर सकते थे। सच कहूं तो लैसनर के TKO से जीत कर बाद जब उन्हें विजेता घोषित किया गया, तो मुझे लगा कहीं लैसनर को डिसक्वालिफिकेशन कर दिया जाएगा। लैसनर का रवैया ठीक नहीं था। #1 सरप्राइस की कमी goldberg-mass-1471935643-800 अफवाहें थी की समरस्लैम के ऑर्टन और लैसनर के मैच में दखल पड़ेगा। इसके काफी संकेत दिए गए। WWE ने दर्शकों के दिमाग में ये बात डाली की मैच में ब्रे वायट दखल दे सकते हैं। इसके अलावा बड़ी अफवाह थी कि गोल्डबर्ग मैच में दखल देकर ब्रॉक से लड़ सकते थे। इतनी उम्मीद बढ़ा कर WWE ने इस मैच का फीका अंत किया ताकि वें लैसनर को ताकतवर दिखा सकें (जिसकी उन्हें ज़रूरत नहीं थी) और उम्मीद करी की इससे दर्शक खुश होंगे। इससे पता चलता है कि WWE की क्रिएटिव टीम दर्शकों के दिमाग को पढ़ने में कितनी विफल रही। मैच में चौंका देने वाले लम्हे की कमी थी, इसके अलावा दर्शकों को उत्साहित करनेवाले लम्हे भी कम थे। ऑर्टन और लैसनर के मैच में WWE द्वारा की गई ये सबसे बड़ी गलती थी। उम्मीद करते हैं WWE अपनी इस गलती से जल्दी सबक ले और लैसनर के आनेवाले मैचों में सुधार करें। सीधे शब्दों में कहें तो अगर आगे WWE ऐसे मैचेस देगी तो दर्शक उनके मैच में निवेश करना बंद कर सकते हैं। हम केवल उम्मीद कर सकते हैं कि वें ऐसी गलती आगे न दोहराए। लेखक: किरूपाकरण, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी