मुझे डर लग रहा था कहीं क्लैश ऑफ़ चचैंपियंस हमे निराश न कर दें। मुझे डर इसलिए था क्योंकि बैकलैश कामयाब था और कंपनी लगातार दो हिट शो नहीं दिया करती थी। मैं मानता हूँ की मैं गलत था। रॉ के इस पे-पर-व्यू ने कमाल तो किया ही,ये साल का सबसे अच्छा पे-पर-व्यू भी साबित हुआ। दोनों ब्रैंड में होड़ लगी हुई थी और अब समय है नीले ब्रैंड को अपना कमाल दिखाने का। समय निकलता जा रहा है और हम देखना चाहते है कि नो मर्सी कैसा होगा। क्लैश ऑफ़ चैंपियंस की हर मैच में कहानी थी। शो का कुछ हिस्सा मजेदार था और वहीँ कुछ हिस्से ने हमे निराश किया। अंत में शो की अच्छाइयाँ बुराईयों से ज्यादा थी। इसके बाद अब रॉ को मंडे नाईट रॉ आगे बढ़ाने के लिए अच्छी स्टोरीलाइन मिली है। ये रही 5 बातें जो शो पर ख़राब रही: 1-नाया जैक्स को क्या ? नाया जैक्स का WWE में रॉस्टर में होने के पीछे की एक वजह थी, उन्हें रॉ की सबसे प्रभवशाली महिला के रूप में दिखाना। हालांकि उन्होंने अपने विरोधी को हरा दिया, उनसे इसके लिए काफी समय दिया गया था। जी हाँ, सामोन ड्राप की मदद से जैक्स ने जीत दर्ज कर ली लेकिन इसका बाद अगर क्या? वे डिवीज़न की फेनिक्स कर्मा जैसे रैसलर बन सकती है। लेकिन यहाँ और नुकसान केवल एक है, उन्हें मुख्य ईवेंट में शायद जगह न मिले क्योंकि यहाँ पर पहले से स्टार महिलाएं मौजूद हैं। 2- न्यू डे रॉक्स मैं ये काफी समय से कहता आया हूँ। द न्यू डे को अब अपना ख़िताब छोड़ देना चाहिए। एंडरसन और गैलोज़ के साथ बहुत बुरा हुआ। अगर WWE उन्हें हॉल और नैश के बाद दूसरी सबसे अच्छी टैग टीम के रूप में दिखाना चाहती है, उनके हातों में ख़िताब दे देना चाहिए। इस टैग टीम का रॉस्टर पर लाने के पीछे का मकसद था एक मजबूत विरोधी तैयार करना। लेकिन इनकी बुकिंग हमेशा से कमज़ोर रही है। इसके पीछे का ये कारण हो सकता है कि क्रिएटिव टीम को पता नहीं बेल्ट हारने के बाद कोफ़ी किंग्स्टन, बिग ई और ज़ेवियर वुड्स के साथ क्या करना चाहिए। मिडकार्ड में अब उनके लिए जगह नहीं है। जबतक WWE उनके भविष्य के बारे में कुछ पक्का नहीं कर लेती तबतक गैलोज़ और एंडरसन भी बीच हवा में लटकते रहेंगे। 3- सिजेरो - शेमस = कोई मुकाबला नहीं सिजेरो और शेमस के बीच का मुकाबला देखर वो समय याद आया जब रैसलिंग का मतलब कोई तकनिकी चाल (जिससे मनोरंजन होता है) नहीं बल्कि केवल विरोधी को मारना होता था। सात मैचों की सीरीज में हमने रैसलिंग इतिहास की कुछ सबसे अच्छे मैचेस देखें। इन दोनों में मुझे बील्ली रॉबिन्सन और डोरी फंक जूनियर की झलक दिखती है। जी हाँ। दुःख की बात है कि आखरी मैच बिना मुकाबले के खत्म हो गया। इसका नतीजा कैसे निकेलगा, नहीं मालुम। शायद एक और मैच से। अभी कुछ पक्का नहीं है, लेकिन उन सात मैचों में दर्शकों को मजा आया। यहाँ पर एक विजेता होना चाहिए था और उसके बाद उसे ख़िताब के लिए मौका मिलना चाहिए था। 4- क्रिस जेरिको सिजेरो एयर शेमस की तरह ही क्रिस जेरिको और सेमी जेन ने भी रॉ के मिडकार्ड को मजबूती दी है। मुझे समझ नहीं आ रहा कि यहाँ पर जेरिको की जीत क्यों हुई। मैं सिर्फ इतना जानता हूँ की इसे तीन पे-पर-व्यू तक आगे जाना चाहिए। जेन और सिजेरो एक ही नाव पर सवार है और दोनों की अभी रॉ में कोई पक्की जगह नहीं है। जेरिको अपने करियर में अबतक का सबसे अच्छा काम कर रहे हैं, लेकिन यहाँ पर अगर सेमी जेन की जीत होती तो ज्यादा अच्छा होता। अपना सबसे अच्छा खेल दिखाने के लिए जेरिको को जीत की ज़रूरत नहीं है। केविन ओवन्स की यूनिवर्सल हैवीवेट चैंपियनशिप जीत के बाद जर्न कहीं भटक से गए हैं। उन्हें एक जोरदार पुश की ज़रूरत है। 5- ख़राब अंत केविन ओवन्स की जीत। ट्रिपल एच नहीं दिखे और US चैंपियनशिप मैच बेहतर शो था। केविन ओवन्स की जीत पर ज्यादा सवाल खड़े नहीं किये जा सकते, लेकिन शो का अंत हमे अधूरा लगा। ये बात स्टेफ़नी मैकमैहन के चेहरे पर साफ़ झलकी। इसके पीछे स्टेफ़नी ही थी। रोमन रेन्स और रुसेव का मैच अच्छा था, इससे एक बात तो पक्की है कि रॉलिन्स अब ट्रिपल एच और स्टेफ़नी के बुरे कामों के शिकार होंगे, क्योंकि अब वे दोनों एक ही तरफ हैं। इसके लिए हमे इंतज़ार करना पड़ेगा। लेखक: डीएम लेविन, अनुवादक: सूर्यकांत त्रिपाठी