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3 क्रिकेटर जिनकी किस्मत ओपनर बल्लेबाज बनने के बाद बदली

अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किसी भी क्रिकेटर द्वारा लगातार अपना शानदार प्रदर्शन दे पाना काफी मुश्किल हो जाता है। घरेलू क्रिकेट के विपरीत, अंतर्राष्ट्रीय मुकाबलों पर खिलाड़ियों को कहीं अधिक दबाव का सामना करना पड़ता है। किसी भी खिलाड़ी का प्रदर्शन उस खिलाड़ी की स्किल और कड़ी मेहनत पर निर्भर करता है। इसके अलावा यदि किसी खिलाड़ी को टीम में खेलने का मौका दिया ही ना जाए तो वह अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किस प्रकार करेगा?

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बल्लेबाज का प्रदर्शन एक अन्य बात पर भी निर्भर करता है कि वह टीम में किस क्रम में बल्लेबाजी कर रहा है। कुछ बल्लेबाज निचले क्रम की तुलना में ऊपरी क्रम में काफी अच्छी बल्लेबाजी करते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह देखा गया है कि कई क्रिकेटरों के बल्लेबाजी क्रम में परिवर्तन करने से उनकी बल्लेबाजी करने की क्षमता में काफी परिवर्तन हुआ। आइए जान लेते हैं ऐसे ही तीन बल्लेबाज के बारे में जिनको वनडे क्रिकेट में ओपनर बनाने के बाद, इन क्रिकेटरों की के खेल में काफी अच्छा परिवर्तन हुआ और यह सभी क्रिकेट के लेजेंड बन गए।

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#3 सचिन तेंदुलकर

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सचिन तेंदुलकर का नाम ही उनके रिकॉर्ड बताने के लिए काफी है। सचिन द्वारा क्रिकेट के सभी फॉर्मेट में हजारों रन बनाए हैं। एक ओपनर के तौर पर सचिन तेंदुलकर ने कई बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए हैं। किंतु सचिन ने अपने क्रिकेट करियर की सभी सफलताएं अपने डेब्यु मुकाबले के बाद ही प्राप्त नहीं की। सचिन तेंदुलकर पाकिस्तान के खिलाफ वनडे मुकाबलों में अपना डेब्यू किया जिसमें वे बतौर ओपनर नहीं खेले थे, इस मुकाबले में सचिन पांचवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए कोई भी खाता खोले बिना आउट हो गए थे।

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1994 में जब भारत, न्यूजीलैंड के दौरे में गया था। उस समय तत्कालीन भारतीय टीम के कप्तान मोहम्मद अजहरुद्दीन ने सचिन तेंदुलकर से पारी की शुरुआत बतौर ओपनर करने की बात कहीं और उस मुकाबले में सचिन तेंदुलकर ने मात्र 49 बॉल में 82 रनों की आतिशी पारी खेली। जिसके बाद वे भारतीय टीम के नियमित ओपनर बल्लेबाज बन गए। ओपनर बनने से पहले सचिन तेंदुलकर ने 69 मुकाबलों में 30 रन की औसत से 1758 रन बनाए थे, जिसमें 13 अर्धशतक शामिल थे।

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#2 तिलकरत्ने दिलशान

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श्रीलंका के शानदार बल्लेबाज तिलकरत्ने दिलशान का करियर भी श्रीलंका टीम के लिए ओपनिंग करने के बाद से काफी बदला। तिलकरत्ने दिलशान 14 बल्लेबाजों में शामिल है जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 10000 से अधिक रन बनाए हैं। श्रीलंका टीम की ओर से तिलकरत्ने दिलशान ने 330 वनडे मुकाबलों में 10290 रन बनाए जिसमें 22 शतक और 47 अर्धशतक शामिल है।

तिलकरत्ने दिलशान ने अपना अंतरराष्ट्रीय वनडे मुकाबलों में डेब्यु 1999 में जिंबाब्वे के खिलाफ किया था। इस मुकाबले में उन्हें नंबर 6 में खेलने का मौका दिया गया और तिलकरत्ने दिलशान ने 35 रन बनाए। मिडिल ऑर्डर में खेलते हुए तिलकरत्ने दिलशान का औसत रन स्कोर 20.47 था,इस दौरान दिलशान ने एक शतक और 13 अर्धशतक लगाए। जबकि बतौर ओपनर बल्लेबाजी करते हुए दिलशान का औसत रन स्कोर 40.04 था, जिसमें दिलशान द्वारा 21 शतक और 34 अर्धशतक बनाए गए। दिलशान को पहली बार 2008 में अपनी टीम की ओर से ओपनिंग करने का मौका दिया गया।

#1 रोहित शर्मा

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रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज है जिनका करियर उनके बल्लेबाजी क्रम में परिवर्तन करने से काफी अधिक अच्छा हो गया। रोहित शर्मा एकमात्र ऐसे बल्लेबाज है जिन्होंने वनडे क्रिकेट में 3 दोहरे शतक लगाए हैं। इसका क्रेडिट महेंद्र सिंह धोनी को जाता है, जिन्होंने रोहित शर्मा के इस गुण को जानकर उन्हें टीम में बतौर ओपनर रखा।

रोहित शर्मा ने अपना वनडे क्रिकेट में डेब्यू 2007 में आयरलैंड के खिलाफ किया किंतु पहले ही मुकाबले में वे मात्र 8 रन बना पाए। 2013 में नियमित रूप से ओपनर बनने के पूर्व रोहित शर्मा ने 88 वनडे मुकाबलों में 30.82 रन की औसत से दो शतक और 13 अर्धशतक लगाए। जबकि 2013 के बाद से रोहित शर्मा ने 114 मुकाबलों में 58.97 की औसत के साथ 20 शतक और 26 अर्धशतक लगाए।यह रोहित शर्मा के खेल में हुए निखार को दर्शाता है। रोहित शर्मा ने वनडे क्रिकेट में किसी भी खिलाड़ी द्वारा बनाया गया सर्वाधिक व्यक्तिगत स्कोर 264 रन बनाया है।

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Edited by
निशांत द्रविड़
 
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