भारत की स्टार स्प्रिंटर हिमा दास ने एक साल से ज्यादा समय बाद पहली प्रतिस्पर्धी रेस में हिस्सा लिया और यहां नेताजी सुभाष नेशनल इंस्टीट्युट ऑफ स्पोर्ट्स कैंपस में गुरुवार को इंडियन ग्रांपि 2 में महिलाओं की 200 मीटर रेस में गोल्ड मेडल जीता। 2018 में 400 मीटर में विश्व जूनियर चैंपियन 21 साल की हिमा दास ने 23.31 सेकंड में रेस पूरी की।
हिमा दास ने इस दूरी में पहले तीन बार जल्दी का समय काटा है। 2018 में दो बार उन्होंने गुवाहाटी में राष्ट्रीय अंतर-राज्य एथलेटिक्स चैंपियनशि में 23.10 सेंकड का समय निकाला और फिर पोलैंड में ग्रांपि मीट में 23.22 का समय निकाला था। एक बार 2019 में चेक रिपब्लिक में हिमा दास ने 23.25 सेकंड में रेस पूरी की थी।
हिमा दास-दुती चंद और टोक्यो क्वालीफिकेशन
हिमा दास को आगामी टोक्यो ओलंपिक्स के लिए क्वालीफाई होना बाकी है। हिमा दास ने आखिरी बार अगस्त 2019 में प्रतिस्पर्धी रेस में हिस्सा लिया था। 2018 एशियाई गेम्स में हिमा दास को पीठ के निचले हिस्से में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वह सितंबर 2019 में दोहा में विश्व चैंपियनशिप में हिस्सा नहीं ले पाईं थीं। इसके बाद कोरोना वायरस महामारी के कारण पूरा घरेलू कैलेंडर ठप्प पड़ गया और कोई भारतीय एथलीट विदेश में स्पर्धा में भी हिस्सा नहीं ले सका।
स्प्रिंटर दुती चंद ने भी ट्रैक पर जोरदार वापसी की और महिलाओं की 100 मीटर रेस 11.44 सेकंड में पूरी की। उन्होंने पहली ग्रांपि में पिछले सप्ताह के अपने प्रदर्शन में सुधार किया, जब 11.51 सेकंड में दूरी पार की थी। दुती चंद को उम्मीद है कि वह ओलंपिक गेम्स के लिए तय 11.15 सेकंड के समय में रेस पूरी करके टोक्यो का टिकट हासिल कर लेंगी। वैसे, दुती चंद अपनी रैंकिंग के बल पर टोक्यो गेम्स के शुरूआती 56 स्प्रिंटर्स में से एक बनकर भी क्वालीफाई कर सकती हैं क्योंकि वर्तमान में उनकी रैंकिंग 33 है।
पुरुषों की 400 मीटर दौड़ में अमोज जैकब ने निजी सर्वश्रेष्ठ 46 सेकंट में रेस जीती। उनके रिले स्क्वाड के दो टीम साथी अरोकिया राजीव और मोहम्मद अनस याहिया ने 200 मीटर स्प्रिंट में कमाल का प्रदर्शन किया। राजीव ने अनस को मात दी, जिन्होंने राष्ट्रीय रिकॉर्ड अपने नाम कर रखा था। उन्होंने 21.24 सेकंड में रेस पूरी की थी।
केरल के एम श्रीशंकर ने अक्टूबर 2019 के बाद पहली बार राष्ट्रीय स्तर की लांग जंप प्रतियोगिता में हिस्सा लिया। उन्होंने छठे प्रयास में सर्वश्रेष्ठ 8.05 मीटर की लंबी छलांग लगाकर गोल्ड मेडल जीता।