भारत की महिला डबल्स खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा की स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ खास बातचीत

प्रीमियर बैडमिंटन लीग 2017 का सीजन अपने चरम पर है और अभी टूर्नामेंट ने बेंगलुरु का रूख कर लिया है। 7 जनवरी से 11 जनवरी तक सभी मुकाबले बेंगलुरु में खेले जाएंगे। घरेलू लेग के पहले मुकाबले में बेंगलुरु ब्लास्टर्स को हैदराबाद हंटर्स ने 4-3 से हराया। इस मैच में सभी को चौंकाते हुए बेंगलुरु की डबल्स खिलाड़ी अश्विनी पोनप्पा हैदराबाद की कैरोलिना मारिन के सामने महिला सिंगल्स खेलने उतरीं। हालांकि मारिन ने ये मुकाबला जीता लेकिन अश्विनी ने उन्हें जोरदार टक्कर दी। घरेलू लेग शुरू होने से पहले अश्विनी पोनप्पा ने स्पोर्ट्सकीड़ा से ख़ास बातचीत की, आइये नज़र डालते हैं इस इंटरव्यू के कुछ मुख्य अंशों पर: प्रश्न: नए फॉर्मेट पर आपके क्या विचार हैं? उत्तर: आपके पास ज्यादा विकल्प नहीं हैं। आपको इसके मुताबिक जल्दी ढलना होगा क्योंकि इसमें गलती की कोई गुंजाइश नहीं है। अगर आपने बढ़त भी ले रखी है तो भी दो अंक गंवाने से आप गेम हार सकते हैं। एक खिलाड़ी होने के नाते हमें कोर्ट पर चौंकन्ना और लगातार बढ़िया प्रदर्शन करना रहता है। प्रश्न: पिछले सीजन और इस सीजन की टीम में क्या अंतर है? उत्तर: निश्चित तौर पर इस बार टीम ज्यादा मजबूत है। कोरिया के डबल्स खिलाड़ियों के आने से टीम को काफी फायदा पहुंचा है। इसके अलावा पुरुष सिंगल्स में विक्टर एक्सलसन भी हैं। मैं कोई तुलना नहीं करना चाहती लेकिन हाँ इस बार की टीम थोड़ी मजबूत है। प्रश्न: घरेलू दर्शकों के सामने खेलने से क्या फायदे हैं? उत्तर: दर्शकों का समर्थन हमेशा महत्वपूर्ण होता है और अगर आप मैच में पीछे चल रहे हों तो दर्शकों के कारण आप मैच में वापसी कर सकते हैं। मुझे भरे हुए स्टेडियम में खेलना काफी पसंद है और इससे टीम को निश्चित तौर पर फायदा होता है। अश्विनी के अलावा हमने भारत के पूर्व खिलाड़ी और बेंगलुरु ब्लास्टर्स के कोच अरविन्द भट से भी बात की। उन्होंने भी नए फॉर्मेट पर अपने विचार रखे। उन्होंने कहा कि 15 और 11 अंकों में ज्यादा अंतर नहीं है लेकिन खेल में तेज़ी जरुर आई है। वैसे 11 अंकों के कारण खिलाड़ियों को थोड़ा ज्यादा आराम मिल जाता है क्योंकि उन्हें लगातार घूमते रहना होता है। अरविन्द ने टीम की तुलना करते हुए भी कहा कि पिछले साल हमने पुरुष डबल्स में गलतियाँ की थी लेकिन इस बार टीम संतुलित है। उन्होंने विक्टर एक्सलसन के टीम में रहने के फायदे के बारे में भी बताया। अरविंद ने कहा कि ओलंपिक कांस्य पदक विजेता के टीम में रहने से बाकी खिलाड़ियों का आत्मविश्वास बढ़ता है। मिक्स्ड डबल्स में भी हमारे पास काफी सारे विकल्प हैं। अरविंद ने घरेलू समर्थन को लेकर कहा कि बेंगलुरु के दर्शक काफी तटस्थ रहते हैं लेकिन हमें उनसे ज्यादा समर्थन की जरूरत है।

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