उबर कप : 15 बार की चैंपियन चीन की टीम फिर फाइनल में, खिताबी मुकाबले में दक्षिण कोरिया से होगा सामना

विश्व नंबर 3 चीन के चेन यू फेई (बाएं) और विश्व नंबर 4 कोरिया की आन सी यंग (दाएं)।
विश्व नंबर 3 चीन के चेन यू फेई (बाएं) और विश्व नंबर 4 कोरिया की आन सी यंग (दाएं)।

चीन की महिला बैडमिंटन टीम लगातार दूसरी बार उबर कप के फाइनल में पहुंच गई है। रिकॉर्ड 15 बार महिला बैडमिंटन टीमों का विश्वकप कही जाने वाली इस प्रतियोगिता को जीत चुकी चीन की टीम ने सेमीफाइनल में मेजबान थाईलैंड की टीम को 3-0 से हराते हुए खिताबी मुकाबले में जगह बनाई। चीन का सामना फाइनल में दक्षिण कोरिया की महिला टीम से होगा जिसने जापान की मजबूत टीम को हराते हुए फाइनल में प्रवेश किया।

आसानी से जीती चीन की टीम

चीन ने थाईलैंड के खिलाफ तीनों मैचों में अपना दबदबा बनाए रखा। पहले मैच में विश्व नंबर 3 चीन की चेन यू फेई ने विश्व नंबर 8 रैत्चनॉक इंतानोन को 21-18, 21-12 से हराया। दूसरे मैच में चेन किंग चेन-जिया यि फेन की चीनी जोड़ी ने जोंगकोल्फान-रविंडा की जोड़ी को 17-21, 21-13, 21-15 से हराकर चीन की बढ़त 2-0 कर दी।

तीसरे सिंगल्स मैच में विश्व नंबर 9 ही बिंग जाओ ने थाईलैंड की विश्व नंबर 10 पोर्नपावी चोचुवांग को 21-15, 21-15 से हराते हुए चीन को 3-0 से मुकाबले में जीत दिलाई और लगातार दूसरी बार टीम को फाइनल में पहुंचाया। पिछली बार भी थाईलैंड की टीम सेमीफाइनल में हारी थी।

जापान को मिली टॉप खिलाड़ियों से निराशा

जापान और दक्षिण कोरिया की टीमों के जबर्दस्त मैच देखने को मिले। विश्व नंबर 1 और मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन जापान की अकाने यामागूची और विश्व नंबर 4 और मौजूदा वर्ल्ड टूर चैंपियन कोरिया की आन सी यंग के बीच पहला मैच खेला गया। यंग ने यामागूची को तीन सेट तक चले मुकाबले में 15-21, 21-18, 21-18 से हराकर दक्षिण कोरिया को 1-0 की बढ़त दिलाई। दूसरा मुकाबला महिला डबल्स का था जहां ली सी हो-शिन सियंग चैन की कोरियाई जोड़ी ने जापान की नामी मात्सूयामा-चिहारा शिडा को 21-16, 21-17 से मात दी।

तीसरे मैच में विश्व नंबर 6 नोजोमी ओकुहारा को कोरिया की विश्व नंबर 19 किम गा इयुन के हाथों 21-12, 11-21, 21-16 से हार गईं। इयुन की इस जीत के साथ ही कोरियाई टीम ने 3-0 की अजेय बढ़त प्राप्त कर ली। दक्षिण कोरिया ने सिर्फ 1 बार साल 2010 में उबर कप जीता है जबकि आखिरी बार 2016 में फाइनल में पहुंची थी जहां चीन ने उसे हराया था।

Edited by Prashant Kumar