भारतीय महिला बैडमिंटन टीम के ऊबर कप से बाहर होने के बाद पुरुष टीम भी थॉमस कप के क्वार्टर-फाइनल में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गई। भारत को क्वार्टर-फाइनल में डेनमार्क ने 3-1 से हराकर पदक की रेस से बाहर कर दिया। भारत के लिए इकलौता मैच स्वास्तिक और चिराग की जोड़ी ने जीता। उनके अलावा अन्य सभी मैच टीम इंडिया हार गई।
स्वास्तिक-चिराग ने बचाई लाज
भारत की ओर से किदाम्बी श्रीकांत ने पहला एकल मुकाबला खेला। 13वीं विश्व रैंकिंग वाले किदाम्बी के खिलाफ विश्व नंबर 2 विक्टर एक्सल्सन खेल रहे थे। मेजबान देश डेनमार्क के एकसल्सन के को दर्शकों का पूरा सपोर्ट मिल रहा था। एकसल्सन ने आसानी से मुकाबला 21-12, 21-13 से जीत लिया। दूसरे एकल मुकाबले में विश्व नंबर 3 एंडर्स एंटोन्सन ने भारत के साईं प्रणीत को 21-8, 21-15 से मात दी। प्रणीत पहले सेट में लय में बिल्कुल नजर नहीं आए लेकिन दूसरे सेट में उन्होंने कोशिश जरूर की, लेकिन ये नाकाफी रही।
पहले डबल्स मुकाबले में स्वास्तिकसाईराज और चिराग शेट्टी की जोड़ी ने किम एस्ट्रप और एंडर्स रसमुसेन की जोड़ी को 21-15, 17-21, 21-18 से हराया। डेनमार्क के पास 2-1 की बढ़त थी। दूसरे डबल्स मुकाबले में अर्जुन और ध्रुव की जोड़ी को क्रिस्चिनयसन और सोगार्ड ने 21-16, 21-9 से हराया। अर्जुन-ध्रुव की जोड़ी पहले सेट में एक समय 8-3 से आगे थी, लेकिन इसके बाद डेनमार्क के खिलाड़ियों ने जबर्दस्त खेल दिखाया और पूरा मैच पलट दिया। अब सेमीफाइनल में डेनमार्क का सामना इंडोनिशिया से होगा जबकि जापान के सामने पिछली बार की चैंपियन चीन की टीम होगी।
नहीं खत्म हो रहा पदक का सूखा
भारतीय पुरुष टीम आखिरी बार 11 साल पहले 2010 में थॉमस कप के क्वार्टर-फाइनल में पहुंची थी जहां चीन के हाथों उसे हार का सामना करना पड़ा था। भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम कोई पदक जीतने में कामयाब नहीं रही है। हालांकि 2018 के मुकाबले इस बार टीम का प्रदर्शन बेहतर रहा क्योंकि 2018 में भारत ग्रुप स्टेज में ही बाहर हो गया था।