थॉमस कप में भारतीय पुरुष टीम की शानदार शुरुआत, जर्मनी को दी मात

लक्ष्य सेन समेत सभी खिलाड़ियों ने अपने मुकाबले जर्मनी के खिलाफ जीते।
लक्ष्य सेन समेत सभी खिलाड़ियों ने अपने मुकाबले जर्मनी के खिलाफ जीते।

भारतीय पुरुष बैडमिंटन टीम ने थॉमस कप के अपने पहले टाई में जर्मनी को 5-0 से हराकर टूर्नामेंट का शानदार आगाज किया है। बैंकॉक, थाईलैंड में प्रतियोगिता के पहले दिन ग्रुप सी में जर्मनी के खिलाफ भारत ने तीनों सिंगल्स और दोनों डबल्स मुकाबले जीतकर कुल 1 अंक हासिल किया। भारत के लिए लक्ष्य सेन और एच एस प्रणॉय को सिंगल्स में आसान जीत मिली, लेकिन श्रीकांत को अपने मैच में काफी संघर्ष करना पड़ा।

पहले सिंगल्स मुकाबले में विश्व नंबर 9 भारत के लक्ष्य सेन का सामना विश्व रैंकिंग में नंबर 64 जर्मनी के मैक्स वाइसकर्चन से हुआ। सेन ने 36 मिनट के अंदर मैच 21-16, 21-13 से अपने नाम करते हुए भारत को 1-0 की बढ़त दिला दी। इसके बाद पहले डबल्स मैच में सात्विक और चिराग शेट्टी ने तीन सेट तक चले मैच में जर्मनी के जोंस जेन्सन-मार्विन सिडेल की जोड़ी को 21-15, 10-21, 21-13 से हराकर टीम इंडिया की बढ़त 2-0 कर दी।

विश्व नंबर 11 किदाम्बी श्रीकांत को जर्मनी के काई शैफर को हराने में थोड़ी मेहनत करनी पड़ी। 84वीं रैंकिग वाले शैफर ने श्रीकांत को पहले सेट में 21-18 से हराकर सभी को चौंका दिया। लेकिन इसके बाद पूर्व विश्व नंबर 1 श्रीकांत ने अपने अनुभव का फायदा उठाया और मैच 18-21, 21-9, 21-11 से अपने नाम किया। 3 मैच जीत चुकी भारतीय टीम के नाम जर्मनी के खिलाफ ओवरऑल जीत हो चुकी थी, लेकिन ग्रुप रैंकिंग के लिए सभी मैच खेले जाते हैं।

इसके बाद दूसरे डबल्स मैच में एमआर अर्जुन और ध्रुव कपिला की जोड़ी ने जार्न जाइस-जैन वोल्कर को 25-23, 21-15 से हराया। पांचवे और आखिरी सिंगल्स मुकाबले में एच एस प्रणॉय ने मथियास किकलिट्ज को सीधे सेटों में आसानी से 21-9, 21-9 से सिर्फ आधे घंटे में हरा दिया। भारत फिलहाल ग्रुप सी में पहले स्थान पर है। अन्य मुकाबलों में चीनी ताइपे ने कनाडा को 5-0 से मात दी। लेकिन गेम डिफरेंस के आधार पर भारतीय टीम फिलहाल टॉप पर है। सोमवार को भारत का सामना कनाडा से होगा। कुल 4 ग्रुप में बंटी 16 टीमों में से हर ग्रुप की टॉप 2 टीमें थॉमस कप के क्वार्टरफाइनल में प्रवेश करेंगी। भारतीय पुरुष टीम इस प्रतियोगिता के इतिहास में कभी सेमीफाइनल में नहीं गई है, ऐसे में टीम इंडिया के पास इतिहास रचने का मौका है।

Quick Links

Edited by निशांत द्रविड़