किदाम्बी श्रीकांत BWF बैडमिंटन विश्व चैंपियनशिप में रजत पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गए हैं। श्रीकांत चैंपियनशिप के फाइनल में सिंगापुर के ली कीन यू के हाथों सीधे सेटों में 21-15, 22-20 से हार गए। 24 साल के यू ने पहली बार विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता। श्रीकांत ने मैच जीतने की पूरी कोशिश की, लेकिन ली कीन यू की फुर्ती और स्ट्रेटेजी उनपर भारी पड़ी। श्रीकांत के हाथों सेमिफाइनल में हारने वाले भारत के लक्ष्य सेन को कांस्य पदक मिला। वहीं जापान की अकाने यामागूची ने ताइवान की ताई जू यिंग को 21-14 21-11 से आसानी से हराकर महिला सिंगल्स का खिताब अपने नाम किया।
बढ़त के बावजूद हारे श्रीकांत
ली पिछले काफी समय से जबर्दस्त फॉर्म में चल रहे हैं।स्पेन के हुलेवा में खेली जा रही प्रतियोगिता के फाइनल में एक समय पहले सेट में श्रीकांत 12-11 से आगे थे, लेकिन ली ने शानदार वापसी की और पहला सेट 21-15 से अपने नाम करने में कामयाबी हासिल की। दूसरे सेट में दोनों खिलाड़ियों के बीच जबर्दस्त टक्कर देखने को मिली। लेकिन ली ने आखिरकार दूसरा सेट भी 22-20 से जीतकर अपना पहला विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीता। श्रीकांत का विश्व चैंपियनशिप का यह पहला मेडल है और उनसे पहले किसी भारतीय पुरुष खिलाड़ी ने सिंगल्स में सिल्वर मेडल नहीं जीता है। इसके साथ ही पहली बार एक ही विश्व चैंपियनशिप में 2 भारतीय पुरुष खिलाड़ियों को मेडल मिले। 20 साल के लक्ष्य सेन विश्व चैंपियनशिप पदक जीतने वाले सबसे युवा भारतीय खिलाड़ी हैं।
महिला सिंगल्स के फाइनल में विश्व नंबर 1 ताई जू यिंग जापान की यामागूची के सामने बिल्कुल नहीं टिक पाईं। पूरे मैच में यामागूची के खेल ने यिंग को धराशाई कर दिया। करीब 40 मिनट चले मुकाबले में यामागूची को सीधे सेटों में 21-14, 21-11 से जीत मिली। जिस फुर्ती के लिए यिंग जानी जाती हैं, वह फाइनल मुकाबले में बिल्कुल गायब दिखी। यामागूची इससे पहले 2018 में विश्व चैंपियनशिप का कांस्य जीतने में कामयाब रहीं थीं।
महिला डबल्स का खिताब चीन की चेन किंग चेन और जिया यि फेन की जोड़ी ने दक्षिण कोरिया की जोड़ी को 21-16, 21-17 से हराकर जीत। वहीं पुरुष डबल्स में जापान के ताकुरो होकी और यूगो कोबायाशी की जोड़ी ने चीन के हे जी तिंग और तान कियांग को 21-12, 21-18 से हराकर जीता। मिश्रित युगल का खिताब थाईलैंड की देचापुल और सपसिरी की जोड़ी ने जीता।