पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड चैंपियनशिप 2019: मानसी जोशी ने जीता स्वर्ण पदक

Ankit
मानसी ने खिताबी मुकाबले में हमवतन पारुल परमार को 21-12, 21-7 से हराया
मानसी ने खिताबी मुकाबले में हमवतन पारुल परमार को 21-12, 21-7 से हराया

24 अगस्त को स्विट्ज़रलैंड के बासेल में खेले गए पैरा बैडमिंटन वर्ल्ड चैम्पियनशिप में भारत की मानसी जोशी ने स्वर्ण पदक जीता। 30 वर्षीय मानसी ने खिताबी मुकाबले में हमवतन पारुल परमार को सीधे सेटों में 21-12, 21-7 से हराया। भारत ने इस प्रतियोगिता में कुल 12 पदक अपने नाम किये।

मानसी जोशी ने साल 2011 में एक दुर्घटना में अपना बायां पैर गंवा दिया था, लेकिन उन्‍होंने विपरीत हालातों के बावजूद हार नहीं मानी। उन्‍होंने अपनी इस कमजोरी को अपनी ताकत बना लिया। मानसी ने कठिन ट्रेनिंग की और जीत के अपने सपने को सच किया।

पैरा बैडमिंटन चैंपियनशिप जीतने के बाद मानसी जोशी ने कहा, “मैंने बहुत कठिन ट्रेनिंग की है। मैंने एक दिन में तीन सेशन ट्रेनिंग की है। मैंने फिटनेस पर ध्यान केंद्रित किया था, इसलिए कुछ वजन भी कम किया है। मैंने जिम में अधिक समय बिताया और सप्ताह में छह सेशन ट्रेनिंग की।”

मानसी जोशी ने आगे कहा, “मैंने अपने स्ट्रोक्स पर भी काम किया, मैंने इसके लिए अकादमी में हर दिन ट्रेनिंग की। मैं समझती हूं कि मैं लगातार बेहतर हो रही हूं और अब यह दिखना शुरू हो गया है।”

पहला विश्व चैंपियनशिप खिताब जीतने के बाद मानसी ने अपने सफर के बारे में बताया, “मैं 2015 से बैडमिंटन खेल रही हूं। विश्व चैम्पियनशिप में पदक जीतना किसी सपने के सच होने जैसा होता है।”

मानसी ने 2015 में इंग्लैंड में हुई पैरा वर्ल्ड चैंपियनशिप में मिक्‍स्ड डबल्स का रजत पदक हासिल किया था जो कि उनका पहला बड़ा पदक था। उन्होंने गोल्ड जीतने की तैयारी तभी से शुरू दी थी। हालांकि हादसे के आठ साल बाद 2019 में मानसी यह कीर्तिमान रचने में सफल रहीं। तीस वर्षीय मानसी गोपीचंद अकादमी, हैदराबाद में ट्रेनिंग करती हैं। इससे पहले 2017 में साउथ कोरिया मे हुई वर्ल्ड चैंपियनशिप में उन्होंने ब्रॉन्ज मेडल जीता था।

Edited by सावन गुप्ता