विश्व बॉक्सिंग चैंपियनशिप में निखत जरीन समेत 3 भारतीय महिला मुक्केबाजों ने पक्के किए मेडल

निखत जरीन ने क्वार्टरफाइनल में जीत दर्ज कर भारत का पहला पदक पक्का किया।
निखत जरीन ने क्वार्टरफाइनल में जीत दर्ज कर भारत का पहला पदक पक्का किया।

तुर्की के इस्तानबुल में चल रही IBA विश्व महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में निखत जरीन समेत 3 भारतीय बॉक्सरों ने मेडल पक्के कर लिए हैं। अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग असोसिएशन (Indian Boxing Association) की ओर से आयोजित की जा रही प्रतियोगिता की फ्लाईवेट कैटेगरी में भारत की निखत जरीन ने क्वार्टरफाइनल मुकाबला जीतकर सेमीफाइनल में जगह बनाई और देश के लिए पहला मेडल पक्का किया। इसके बाद मनीषा मोउन और परवीन हूडा ने भी अपनी-अपनी वेट कैटेगरी में क्वार्टरफाइनल जीतते हुए दो और मेडल पक्के किए।

25 साल की निखत जरीन ने 52 किलोग्राम भारवर्ग के अपने क्वार्टरफाइनल में इंग्लैंड की चार्ली डेविडसन को 5-0 के अंतर से मात देते हुए सेमीफाइनल में प्रवेश किया। सेमीफाइनल में पूर्व जूनियर वर्ल्ड चैंपियन निखत ब्राजील की कैरोलीन डि अल्मीडा का सामना करेंगी। निखत को कम से कम कांस्य पदक मिलना तय है। विश्व चैंपियनशिप में निखत का ये पहला पदक है।

निखत के अलावा फेदरवेट 54-57 किलोग्राम कैटेगरी के अंतिम 8 के मुकाबले में मनीषा मोउन ने मंगोलिया की मोंखोरून नामून को 4-1 के स्कोर से मात देते हुए जीत दर्ज की और सेमीफाइनल में जगह बनाई। 24 साल की मनीषा तीन साल पहले एशियाई एमेच्योर बॉक्सिंग प्रतियोगिता का कांस्य पदक जीत चुकी हैं। मनीषा कुछ समय पहले तक बैंटमवेट कैटेगरी में खेला करती थीं।

भारत के लिए तीसरा पदक परवीन हूडा ने 63 किलोग्राम लाइट वेल्टरवेट वर्ग में पक्का किया। परवीन ने क्वार्टरफाइनल में तजाकिस्तान की जुल्काइनरोवा शोइरा को 5-0 से हराते हुए अंतिम 4 में जगह बनाई। राष्ट्रीय स्तर और दक्षिण एशियाई स्तर पर चैंपियन रह चुकी परवीन हूडा सेमीफाइनल में आयरलैंड की एमी ब्रॉडहर्सट का सामना करेंगी।

मिनिमम वेट कैटेगरी कैटेगरी में भारत की नीतू घांघास को कड़े मैच में हार का सामना करना पड़ा। दो बार की एशियन चैंपियन पूजा रानी लाइट हैवीवेट कैटेगरी क्वार्टरफाइनल में और टोक्यो ओलंपिक कांस्य पदक विजेता लोवोलीना बोर्गोहिन लाइट मिडिलवेट भार वर्ग के राउंड ऑफ 16 में हारकर पहले ही बाहर हो चुकी हैं। लोवोलीना ने पिछली बार साल 2019 में हुई विश्व चैंपियनशिप में वेल्टरवेट वर्ग का कांस्य जीता था, जबकि इसी प्रतियोगिता में मंजू रानी ने भारत को रजत पदक दिलाया था। पिछली बार भारत को कुल 4 पदक मिले थे जिसमें मैरी कॉम और जमुना बोरो के कांस्य भी शामिल थे।

Edited by Prashant Kumar