विश्व यूथ बॉक्सिंग चैंपियनशिप फाइनल में पहुंचे देश के 7 मुक्केबाज

भारतीय मुक्केबाजों ने प्रतियोगिता में कुल 11 मेडल पक्के कर लिए हैं।
भारतीय मुक्केबाजों ने प्रतियोगिता में कुल 11 मेडल पक्के कर लिए हैं

स्पेन में हो रही विश्व युवा बॉक्सिंग चैंपियनशिप 2022 के फाइनल में देश के 7 मुक्केबाजों ने स्थान पक्का कर लिया है। अंतरराष्ट्रीय बॉक्सिंग एसोसिएशन यानी IBA की ओर से आयोजित प्रतियोगिता में महिला और पुरुष मुक्केबाज, दोनों की ही स्पर्धाएं हो रही हैं।

पुरुषों में भारत के तीन मुक्केबाज सेमीफाइनल में पहुंचे थे और तीनों ने ही फाइनल में जगह बनाई है। 48 किलोग्राम भार वर्ग में भारत के विश्वनाथन सुरेश ने सेमीफाइनल में पोर्टो रिको के युआनमा लोपेज पर 4-1 से जीत हासिल कर फाइनल में स्थान पक्का किया। 63.5 किलोग्राम वेट कैटेगरी में भारत के वंशज ने अमेरिका के डेश्वॉन क्रोकलैम पर करीबी मैच में 3-2 से जीत हासिल की। विश्वनाथन और वंशज, दोनों ही एशियन यूथ चैंपियन भी रह चुके हैं।

वहीं भारत के आशीष ने 54 किलोग्राम भार वर्ग में उज्बेकिस्तान के खुजानजर को मात देकर फाइनल राउंड की बाउट में स्थान पक्का किया। तीनों भारतीय पुरुष मुक्केबाज शनिवार के दिन अपना फाइनल मैच खेलेंगे।

महिलाओं का शानदार प्रदर्शन

महिलाओं में भारतीय मुक्केबाजों ने प्रतियोगिता में दबदबा बनाया है। कुल 8 महिला बॉक्सरों ने देश की ओर से सेमीफाइनल में जगह बनाई थी जिनमें से 4 मुक्केबाज फाइनल में पहुंची हैं जबकि अन्य 4 को ब्रॉन्ज मेडल मिलेंगे। भारत के बाद कजाकिस्तान को महिला मुक्केबाजों से कुल 5 और उजबेकिस्तान को कुल 4 पदक मिलेंगे। 48 किलोग्राम भारवर्ग में भारत की भावना शर्मा, 52 किलोग्राम कैटेगरी में देविका घोरपड़े, 63 किलोग्राम वर्ग में रवीना और 81+ किलो भार वर्ग में कीर्ति ने सेमीफाइनल मुकाबले जीते।

इनके अलावा भारत की तमन्ना (50 किलोग्राम), कुंजरानी देवी (60 किलोग्राम), मुस्कान (75 किलोग्राम) और लाशु यादव (70 किलोग्राम) को सेमीफाइनल मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा जिस कारण उन्हें ब्रॉन्ज मेडल मिलेगा। इस तरह भारतीय दल कुल 11 पदक पक्के कर चुका है जिनमें से 7 पदक सिल्वर या गोल्ड हो सकते हैं। इस चैंपियनशिप में 73 देशों के 600 से अधिक मुक्केबाज भाग ले रहे हैं।