ओलंपिक मेडल जीतने का सपना संजोए मुक्केबाज विकास कृष्ण यादव ने कहा कि वह पेशेवर मुक्केबाजी पर ध्यान देंगे और नई शैली अपनाने से उन्हें टोक्यो ओलंपिक्स में एमेच्योर बॉक्सिंग में मदद मिलेगी। 69 किग्रा वर्ग में स्पर्धा करने वाले विकास कृष्ण ने भारतीय पैडलर मुदित दानी से ऑनलाइन चैट शो इन द स्पोर्टलाइट में कहा, 'पेशेवर बॉक्सिंग से नई शैली सीखने पर मेरा ध्यान है, जिससे ओलंपिक्स में मुझे मदद मिले। ओलंपिक्स से चार-पांच महीने पहले मैं एमेच्योर बॉक्सिंग में वापसी करूंगा और दो-तीन टूर्नामेंट में खेलकर लय में आना चाहूंगा व अपने सर्वश्रेष्ठ आकार में रहना पसंद करूंगा।'
एशियाई गेम्स गोल्ड मेडलिस्ट विकास कृष्ण यादव इस समय वर्जीनिया में ट्रेनिंग कर रहे हैं। हरियाणा के 28 साल के मुक्केबाज विकास कृष्ण ने पिछले साल अमेरिका के जैम पैक्ड क्राउड के सामने मेडिसन स्क्वायर गार्डन में अपनी जीत को पेशेवर करियर की सबसे यादगार जीत करार दिया। एमेच्योर बॉक्सिंग की तुलना में पेशेवर मुक्केबाजी में चिंता ज्यादा है। विश्व चैंपियन मुक्केबाज विकास कृष्ण को अपने रिस्क-टेकिंग के नाम से भी जाना जाता है। विकास कृष्ण ने आगे बताया कि कैसे उनके परिवार ने पेशेवर मुक्केबाजी में स्विच करने को लेकर कड़ा रुख अख्तियार किया।
विकास कृष्ण यादव ने कहा, 'मेरा परिवार नहीं चाहता था कि मैं पेशेवर मुक्केबाजी की तरफ रुख करूं क्योंकि आपको कई तरह की चोटों का सामना करना पड़ता है। यह कड़ा खेल है। इसके अलावा आपको मैच के दौरान लंबे समय तक अपने परिवार से दूर रहना पड़ता है।' 2021 टोक्यो ओलंपिक्स के लिए 8 अन्य भारतीय मुक्केबाजों के साथ क्वालीफाई कर चुके विकास कृष्ण ने कहा कि वह ओलंपिक सपना साकार करने के लिए अपना पूरा जोर लगा रहे हैं और युवा पीढ़ी के लिए मिसाल पेश करना चाहते हैं। विकास कृष्ण ने भारतीय मुक्केबाजी संघ (बीएफआई), भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) और अपने स्पॉन्सर जेएसडब्ल्यू से मिले समर्थन पर आभार प्रकट किया।
विकास कृष्ण उठाएंगे पेशेवर मुक्केबाजी के अनुभव का फायदा
विकास कृष्ण यादव ने बताया कि वह पेशेवर मुक्केबाजी से मिलने वाले अनुभव का पूरा लाभ ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के लिए उठाएंगे। विकास कृष्ण ने कहा, 'पेशेवर मुक्केबाजी में मुझे नई शैली सीखने को मिलेगी। यहां से मिले अनुभव का पूरा लाभ ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने के अपने सपने को साकार करने में लगाऊंगा।' एशियाई गेम्स और कॉमनवेल्थ गेम्स में गोल्ड मेडल जीतने वाले विकास कृष्ण अगले साल टोक्यो में तीसरी बार ओलंपिक में नजर आएंगे। अब तक ओलंपिक में जिन पांच मुक्केबाजों ने जगह पक्की की है, उसमें सबसे अनुभवी विकास कृष्ण ही हैं।