कोलकाता नाइट राइडर्स (Kolkata Knight Riders) के ख़िलाड़ी दिनेश कार्तिक (Dinesh Karthik) ने टीम के कप्तानी पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने यह कार्यभार ओइन मॉर्गन (Eoin Morgan) को सौंपा है। वर्ल्ड कप विजेता कप्तान मॉर्गन अब कोलकाता की कमान संभालेंगें साथ ही दिनेश कार्तिक एक बल्लेबाज के रूप में टीम के लिए अपना योगदान देंगे। आईपीएल (IPL 2020) के बीच सीजन में कप्तानी बदलने का काम पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी कई टीमों और कप्तानों ने किसी भी कारणवश इस तरह के फैसले लिए हैं।
आईपीएल इतिहास में सबसे पहले साल 2008 में मुंबई ने हरभजन सिंह से कप्तानी शॉन पोलाक को दी, उसके बाद अंत में सचिन तेंदुलकर ने मुंबई की कमान संभाली। इसी साल डेक्कन चार्जर्स ने वीवीएस लक्ष्मण से कप्तानी लेकर एडम गिलक्रिस्ट सौंपी। साल 2009 में बैंगलोर ने केविन पीटरसन से कप्तानी छीन कर दिग्गज गेंदबाज अनिल कुंबले को दी थी। कुंबले ने कप्तानी ने बैंगलोर को फाइनल तक पहुँचाया था। साल 2012 में डेक्कन चार्जर्स के लिए संगकारा से केमरून वाइट को कप्तानी दी गई।
मुंबई इंडियंस ने आईपीएल इतिहास का सबसे शानदार फैसला तब लिया, जब रिकी पोंटिंग के स्थान पर रोहित शर्मा को बीच सीजन में कप्तानी सौंपी गई। उसके बाद मुंबई ने रोहित की कप्तानी में 4 आईपीएल टाइटल अपने नाम किये है। पुणे वॉरियर्स टीम ने भी एंजेलो मैथ्यूज को हटाकर फिंच को कप्तान चुना था। इसके बाद आईपीएल के अगले सीजन में शिखर धवन को सनराइजर्स का कप्तान हटाकर डेरेन सैमी को कप्तान बनाया गया था। साल 2015 में रॉयल्स ने वॉटसन की जगह स्मिथ को कप्तान बनाया। उसके बाद 2016 में पंजाब ने बीच सीजन में ही डेविड मिलर के स्थान पर मुरली विजय को कप्तान बनाया।
साल 2019 में राजस्थान रॉयल्स ने अजिंक्य रहाणे की जगह स्टीव स्मिथ को कप्तानी सौंपी थी। दिल्ली कैपिटल्स ने भी एक युवा ख़िलाड़ी को जिम्मेदारी देते हुए 2 बार के आईपीएल विजेता कप्तान गौतम गंभीर के स्थान पर श्रेयस अय्यर को कप्तान के रूप में चुना, जिन्होंने दिल्ली की टीम को एक नई दिशा दिखाई है। चेन्नई इकलौती ऐसी टीम है, जिसने कभी अपना कप्तान नहीं बदला। एमएस धोनी शुरुआत से ही टीम के पूर्णरूप से कप्तान रहे हैं।
Published 16 Oct 2020, 17:59 IST