बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में चल रहे रांची टेस्ट में जीत के उद्देश्य से खेल रही ऑस्ट्रेलियाई टीम ने पहली पारी में 451 रन बनाए, इसमें कप्तान स्टीव स्मिथ और ग्लेन मैक्सवेल में शानदार शतक जड़े। भारत की ओर से रविन्द्र जडेजा ने 5 विकेट झटके लेकिन जिस तरह उन्होंने कंगारुओं के अंतिम विकेट को रन आउट किया, उसने सभी लोगों का दिल जीत लिया। मेहमान टीम के कप्तान स्टीव स्मिथ जब एक छोर पर खड़े होकर शतक बनाने के बाद दोहरे शतक के करीब पहुंच चुके थे, तभी बाएं हाथ के गेंदबाज जडेजा ने नॉन स्ट्राइक छोर पर दौड़ रहे जोश हेजलवुड को चमत्कारिक ढंग से रनआउट करते हुए स्मिथ को दोहरा शतक जड़ने से रोक दिया। जडेजा के रनआउट का वीडियो यहां देखें
पहली पार में बल्लेबाजी के दौरान 9 विकेट पर ऑस्ट्रेलिया ने 450 रन बना लिये थे और जडेजा अपना 50वां ओवर लेकर आए थे। स्मिथ अधिक से अधिक स्ट्राइक खुद के पास रखकर खेलना चाहते थे, पहली कुछ गेंदें खेलने के बाद स्मिथ ने स्क्वेयर लेग पर गेंद को धकेलकर एक रन तेजी से पूरा करने के बाद दूसरे रन के लिए भी पलट गए। केएल राहुल ने इस गेंद को रोकने के बाद नॉन स्ट्राइक छोर पर जोरदार थ्रो किया लेकिन वह सही जगह नहीं आया। जडेजा ने विकेटों से कुछ गज आगे गेंद को पकड़कर बिना देखे विकेटों में मार दी तथा हेजलवुड को वापस पवेलियन की राह दिखाकर ऑस्ट्रेलिया का अंतिम विकेट गिराकर पारी समाप्त कर दी। ऑस्ट्रेलिया 451 रन पर ऑलआउट हो गया। कप्तान स्टीव स्मिथ 178 रन बनाकर अंत तक आउट नहीं हुए। इस दौरान स्मिथ ने भारतीय टीम को कोई मौका नहीं दिया तथा शानदार पारी खेली लेकिन रविन्द्र जडेजा द्वारा उनका अंतिम विकेट रनआउट के रूप में गिराने के बाद 500 रन तक पहुंचने से रोक दिया। इसमें जडेजा के रनआउट के अलावा गेंदबाजी के दौरान झटके गए पांच विकेटों का भी अहम योगदान है। जडेजा के अलावा ऑस्ट्रेलिया को कोई भी भारतीय स्पिनर परेशान नहीं कर पाया।