भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच रांची में जारी तीसरे टेस्ट में दोनों टीमों के कप्तानों स्टीव स्मिथ और विराट कोहली की चर्चाएं जोरो पर हैं। बैंगलोर में विराट कोहली ने बल्ले से नहीं, लेकिन अपनी कप्तानी शैली से बाजी मारी थी। मामला तब और बिगड़ गया था जब स्मिथ ने ड्रेसिंग रूम में देखकर DRS लेने के लिए मदद मांगी थी और इसे 'दिमाग फिरना' करार दिया था। इस कदम को चीटिंग तथा खेल भावना के विपरीत माना जा रहा था। जेएससीए स्टेडियम में पहले दिन क्या हुआ टॉस जीतने के बाद स्मिथ ने बल्लेबाजी का फैसला किया और शतक जमाकर टीम को मजबूत स्थिति में पहुंचाया। इसी दिन विराट कोहली फील्डिंग करने के दौरान अपना कंधे में चोट लगा बैठे। भारतीय कप्तान की चोट ने पूरे दिन सुर्खियां बनाई और रिपोर्ट्स यह भी आई कि वह रांची टेस्ट व चौथे टेस्ट में नहीं खेलेंगे। अगले डेढ़ दिनों में क्रिकेट बैकसीट पर चली गई जबकि कोहली की चोट आकर्षण का केंद्र बनी रही। दूसरे दिन की समाप्ति पर सवालों के जवाब नहीं मिले कि कोहली मैच में खेलेंगे या नहीं। भारतीय टीम के लिए ख़ुशी की बात यह थी कि कोहली लंबे समय तक फील्डिंग नहीं करने के बावजूद भी किसी भी क्रम पर बल्लेबाजी कर सकते थे। उन्हें आईसीसी के नियमों का फायदा मिला था। तीसरे दिन क्या हुआ मुरली विजय अपने 50वें टेस्ट में अर्धशतकीय पारी खेलने के बाद लंच से पहले स्टीव ओ'कीफ की गेंद पर स्टंपिंग आउट हो गए। तभी लंच की घोषणा कर दी गई। फिर क्रिकेट फैंस की आंखें इस बात पर टकटकी लगाए बैठी रही कि स्टार बल्लेबाज विराट कोहली चौथे क्रम पर बल्लेबाजी करने उतरेंगे या नहीं। जब खेल शुरू हुआ तो पिच पर क्रिकेट फैंस के चहेते क्रिकेटर कोहली मौजूद थे। वह मौजूदा सीरीज में संघर्ष करते रहे हैं जबकि विरोधी कप्तान स्टीव स्मिथ ने दो शतक जमा दिए है। विराट अपनी महानता साबित करने के लिए जरुर बेक़रार होंगे। पारी के 81वें ओवर में चेतेश्वर पुजारा ने डीप मिडविकेट की दिशा में शॉट खेला जो बाउंड्री लाइन के पार जाते दिख रही थी। मगर ग्लेन मैक्सवेल ने शानदार प्रयास करके इस गेंद को बाउंड्री लाइन के अंदर ही रोक दिया। मैक्सवेल ने उसी जगह डाइव लगाई जहां पहले कोहली अपने कंधे में चोट लगा बैठे थे। ऐसा प्रतीत हुआ कि मैक्सवेल ने कोहली जैसे कंधे में दर्द का संकेत देकर भारतीय कप्तान का मजाक बनाने की कोशिश की।
अगली गेंद पर मैक्सवेल के इस संकेत का प्रभाव देखने को मिला। विराट कोहली ने पैट कमिंस की ऑफ़स्टंप के बाहर जाती गेंद को छेड़ा और दूसरी स्लिप में स्टीव स्मिथ को आसान कैच थमा दिया। ऑस्ट्रेलियाई कप्तान कैच लेने के बाद काफी उत्साहित दिखे और लगा कि वह अपनी निराशा को जाहिर कर रहे हैं। स्मिथ ने शानदार कैच तो लपका, लेकिन जश्न मनाने में उन्होंने ऐसे संकेत दिए जैसे विराट कोहली का मजाक बना रहे हो। ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सुनिश्चित किया कि विराट कोहली ने वो आवाज जरुर सुनी हो कि उनके विकेट का जश्न मेहमान टीम ने कैसे मनाया। कप्तान स्मिथ भी इस मामले में शामिल रहे और उनके बोलने के संकेत ऐसे प्रतीत हुए कि उन्होंने कोहली को रोने वाला बच्चा कहा हो। कोहली ने तुरंत इस पर ध्यान दिया और अंपायर से जाकर इस वाकये को साझा किया।
बहरहाल, मैच की परिस्थिति पर नजर डाले तो स्टीव स्मिथ का पलड़ा विराट कोहली की तुलना में भारी नजर आ रहा है। रन बनाने के साथ मानसिक स्तर पर स्मिथ अब तक विजेता बनते दिख रहे हैं। रांची टेस्ट जैसे प्रगति करेगा वैसे-वैसे खिलाड़ियों के बीच विवाद बढ़ते देखने को मिल सकता है। बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का फैसला इस टेस्ट से हो सकता है। अगर ऑस्ट्रेलिया यह टेस्ट जीतता है और अंतिम टेस्ट ड्रॉ कराने में सफल होता है तो वह इस ख़िताब को अपने पास रखेगा।