मंगलवार को आईपीएल 2016 में खेले गए पहले प्लेऑफ में पूरी तरह से तनाव का माहोल था। यह मैच जीतना दोनों ही टीमों के लिए जरूरी था क्योकि इस मैच को जीतने वाली टीम सीधे 29 मई को होने वाले फ़ाइनल के लिए क्वालीफाई कर जाती। दबाव दोनों टीमों पर था खासकर फैंस की उम्मीदों का दबाव। गुजरात लायंस की शुरूआत काफी खराब रही, उन्होंने अपने दोनों ओपनर्स को जल्द ही गवा दिया, वो ड्वेन स्मिथ की धमाकेदार पारी थी जिसकी बदौलत गुजरात 150 के पार पहुंच पाई। 159 रनों का पीछा करने उतरी आरसीबी की टीम की शुरूआत कुछ खास नहीं रही, उनके दोनों ओपनर्स जल्द ही आउट हो गए। शानदार फॉर्म मे चल रहे स्टार बैट्समेन विराट कोहली भी कुछ खास नहीं कर पाये और बिना खाता खोले आउट हो गए। आरसीबी के लिए विकटें लगातार अंतराल पर गिरती रहीं और एक वक्त तो ऐसा भी आया कि जब आरसीबी के लिए मानो खेल खत्म ही हो गया हो, लेकिन एक खिलाड़ी पिच पर पैर जमाकर खड़ा रहा। वो बल्लेबाज़ थे एबी डिविलिएर्स, जोकि बैंगलोर को जीत तक लेकर गए। उन्हें शुरूआत में स्टुअर्ट बिन्नी का अच्छा साथ मिला। स्टुार्ट बिन्नी को अच्छी शुरुआत भी मिली, उन्होंने मैच के नोवें ओवर में जकाती की गेंदों पर 18 रन बटोरे। वो खेलते हुए अच्छी लय में दिख रहे थे और ऐसा लग रहा था मानों वो डीविलिएर्स के साथ मिलकर मैच खत्म करकर ही लौटेंगे, पर ऐसा नहीं हुआ। अगल ओवर डालने आए जडेजा। यह एक साधारण ओवर था, पहली तीन गेंदो पर तीन सिंगल आए। बैंगलोर की खराब शुरूआत को देखते हुए बिन्नी का क्रीज़ पर रुकना जरूरी था। ओवर की चौथी गेंद पर असल ड्रामा शुरू हुआ, मैदान के अंदर भी और बाहर भी। बिन्नी का विवादास्पद तरीके से आउट होना स्टुअर्ट बिन्नी ने खराब शॉट खेलते हुए लेग साइड की तरफ स्वीप करने गए लेकिन बॉल सीधे उनके पैड पर थोड़े ऊपर जा लगी। अंपायर ने उन्हें आउट दे दिया, बिन्नी इस फैसले से खुश नहीं थे। इस फैसले के बाद विराट कोहली ने आना आपा खोते हुए, वो गुस्से से फोर्थ अंपायर के पास गए। रीप्ले से साफ हो गया था कि अनिल चौधरी से वहाँ चूक हुई। आरसीबी के कप्तान विराट कोहली का गुस्सा होना समझ में आता है, क्योंकि इस फैसले की वजह से वो मैच भी हार सकते थे। अंत में इस फैसले का इतना फर्क नहीं पड़ा, एबी डिविलियर्स का एक और पचासा और साथ ही इकबाल अब्दुल्ला के साथ हुई उनकी 91 रन की साझेदारी ने आरसीबी को आसान जीत दिलाई और फ़ाइनल में जगह पक्की कर ली। अगर उस समय बिन्नी को आउट न दिया होता तो शायद आरसीबी मैच और आसानी से जीत जाती। लेखक- क्रेडी, अनुवादक- मयंक महता