बैडमिंटन स्टार लक्ष्य सेन के भाई आर्यन फेंसिंग के खेल में कमाल दिखाने को तैयार, खेलो इंडिया गेम्स में लेंगे भाग

लक्ष्य सेन के चचेरे भाई आर्यन (बाएं) खेलो इंडिया यूथ गेम्स में फेंसिंग में भाग लेंगे।
लक्ष्य सेन के चचेरे भाई आर्यन (बाएं) खेलो इंडिया यूथ गेम्स में फेंसिंग में भाग लेंगे

भारत को टॉप बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन ने इस खेल में पिछले कुछ सालों में नए आयाम छुए हैं और अब उनके चचेरे भाई आर्यन भी खेलों की दुनिया में नए कीर्तिमान रचने को तैयार हैं। फेंसिंग खिलाड़ी आर्यन सेन 30 जनवरी से मध्य प्रदेश में शुरु हो रहे चौथे खेलो इंडिया गेम्स में अपना दमखम दिखाने को तैयार हैं।

सेन परिवार में लगभग हर दूसरा सदस्य स्पोर्ट्स में दिलचस्पी रखता है। लेकिन आर्यन ने अपने चचेरे भाई लक्ष्य और चिराग की तरह बैडमिंटन का रैकेट नहीं थामा और फेंसिंग को चुना। आर्यन की मां सोनाली सेन राष्ट्रीय स्तर की टेबल टेनिस खिलाड़ी रह चुकी हैं। ऐसे में आर्यन की परवरिश भी खेलों के माहौल में ही हुई। मूल रूप से उत्तराखंड के अल्मोड़ा से ताल्लुक रखने वाले लक्ष्य की परवरिश मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल में ही हुई। यहीं उन्होंने साल 2015 में फेंसिंग की ट्रेनिंग लेनी शुरु की। मध्यप्रदेश की राज्य फेंसिंग अकादमी में सेन को प्रशिक्षण मिलता आ रहा है जहां उनके कोच भूपेंद्र सिंह चौहान हैं।

आर्यन ने पिछले साल उजबेकिस्तान में हुई एशियन फेंसिंग चैंपियनशिप में कांस्य पदक जीतकर अपना लोहा मनवाया। प्रतियोगिता के एपी टीम ईवेंट में उन्हें यह पदक मिला। 17 साल के आर्यन ने एक इंटरव्यू में बताया कि वह कजाकिस्तान में गोल्ड जीतने के इरादे से गए थे लेकिन शुरुआती मुकाबले में कुछ गलतियां कर बैठे जिस कारण उनकी टीम को कांस्य पदक से संतोष करना पड़ा। फिलहाल आर्यन का पूरा ध्यान खेलो इंडिया यूथ गेम्स पर है जहां वह गोल्ड जीतना चाहते हैं। यहां वह मध्य प्रदेश का प्रतिनिधित्व करेंगे। खास बात यह है कि आर्यन राज्यस्तरीय जिमनास्ट भी रह चुके हैं।

30 जनवरी से 11 जनवरी के बीच इन गेम्स के लिए भोपाल समेत मध्य प्रदेश के आठ शहरों में अलग-अलग इवेंट्स होंगे। फेंसिंग के साथ ही तीरंदाजी, योगासन, कुश्ती, भारोत्तोल्लन, थांग-ता, टेनिस, शूटिंग समेत कुल 27 खेलों के इवेंट्स आयोजित होंगे। इन खेलों में अंडर-17 स्तर के युवा खिलाड़ी भाग लेते हैं।

Edited by Prashant Kumar