हमें अब तक इंडियन सुपर लीग सीजन 3 में काफी करीबी मुकाबले देखने को मिले हैं। मैचों में केवल खिलाड़ियों के बीच ही नहीं बल्कि मैनेजर्स के बीच भी प्रतियोगिता और क्वालिटी का स्तर बढ़ चुका है और इसका सबूत हमे अंक तालिका से मिल जाता है। नजदीकी मुकाबले और खिलाड़ियों की विशेषता ने अबतक इस टूर्नामेंट को रोचक बनाए रखा है। यहाँ पर खिलाडियों के अच्छे प्रदर्शन का श्रेय पर्दे के पीछे किया गया काम- ट्रांसफर को जाता है। मैनेजर्स ने यहाँ पर अपने टीम में स्टार पावर की जगह अच्छे खिलाड़ी जो टीम का संतुलन बना सकें उन्हें शामिल किया है। इसलिए सभी टीम ने यहाँ पर अच्छा प्रदर्शन किया है। इनमें से कुछ ट्रांसफर्स अलग दिख कर आएं हैं क्योंकि वे काफी असरदार रहे हैं। ये रहे इस सीजन के टॉप 5 ट्रांसफर्स :
#1 प्रबीर दास- दिल्ली डायनामोज से एटलेटिको डी कोलकाता
इस सीजन एटलेटिको डी कोलकाता के लिए सबसे अच्छी साइनिंग रहे हैं प्रबीर दास। पिछले सीजन इस फुल बैक ने दिल्ली डायनामोज के लिए एक भी मैच नहीं खेला, लेकिन इस सीजन वे कोलकाता के लिए काफी अच्छे फॉर्म में दिख रहे हैं। कोलकाता की टीम के डिफेन्स का इस सीजन रिकॉर्ड काफी अच्छा रहा है और नौ मैचों में उनके खिलाफ केवल 10 गोल हुए हैं। शुरू के पांच मैचों में वे एक भी मैच नहीं हारें थे। इसमें दास का अहम योगदान है और उनके प्रदर्शन के लिए उन्हें इसका श्रेय ज़रूर दिया जाना चाहिए। दास राईट बैक हैं, लेकिन टीम के लिए लेफ्ट बैक पर खेलते हैं और अपने आप को वहां पर ढाल लिया है। कोलकाता के इस खिलाड़ी ने टीम के लिए आठ मैचों में हिस्सा लिया है और मैच के समय हर जगह बिना थके दौड़ते हुए दिखाई दिए हैं। उनकी दृढ़ता से ही उन्हें टीम में अधिक मौके मिले हैं और उन्होंने सभी मौकों को भुनाया है। दास बंगाल की टीम का अहम सदस्य हैं और आने वाले मैचों में उनकी अहम भूमिका रहने वाली है। #2 देबजीत मजूमदार - मुंबई सिटी एफसी से एटलेटिको डी कोलकाता
एटलेटिको डी कोलकाता के प्रबीर दास की तरह ही देबजीत मजूमदार को भी उनकी पहले की टीम मुंबई सिटी एफसी के साथ पिछले सीजन ज्यादा खेलने का मौका नहीं मिला था। लेकिन इस साल बंगाल की टीम के साथ उन्होंने सभी मौकों का फायदा उठाया है। इस 28 वर्षीय गोलकीपर में कोलकाता के मैनेजर जोस मोलिना ने काफी भरोसा दिखाया है और देबजीत ने भी उस भरोसा को नहीं तोड़ा। हाल ही में हुए आई-लीग सीज़न में देबजीत ने मोहन बागान की ओर से अच्छा प्रदर्शन किया था और अब ISL में भी वे उसी प्रदर्शन के साथ खेल रहे हैं। कोलकाता के इस गोलकीपर ने इस सीजन काफी शॉट्स रोकें हैं और कोलकाता की टीम के मजबूती से खड़े रहे हैं। वहीँ मुंबई सिटी एफसी को उन्हें जाने देने का मलाल होगा। #3 जोनात्न लुका- एफसी गोवा से एफसी पुणे सिटी
पिछले साल फाइनल में पहुँचने वाली एफसी गोवा टीम के खास खिलाडी थे जोनात्न लुका। लेकिन इस साल गोवा की टीम उन्हें नहीं रख स्की और उनके नुकसान से पुणे को फायदा हुआ। पुणे ने इस मिडफील्डर को तीसरे सीजन में साइन किया और उनका ये कदम कारगर रहा। पिछले सीजन लुका ने गोवा के लिए 3 गोल दागे और 16 असिस्ट किये थे। इस सीजन इस ब्राज़ीलियाई खिलाडी ने एक भी गोल नहीं किया, लेकिन वे तीन असिस्ट करने में कामयाब रहे हैं। अटैक के साथ-साथ वे डिफेन्स में भी अच्छे रहे हैं। इस 22 वर्षीय खिलाडी की टीम में अहम जगह है, खासकर मार्की खिलाडी मोहम्मद सिससोको के अनुसार जो इस ट्रांसफर की काफी सराहना करते हैं। रोम के पूर्व खिलाडी लुका चाहेंगे कि वे अपनी टीम को प्लेऑफ और फिर ख़िताब तक लेकर जाएँ। फ़िलहाल एफसी गोवा अंक तालिका पे सबसे नीचे हैं और उन्हें इस खिलाड़ी की कमी खल रही होगी। #4 लालहमंगैहसंग राल्ते- चेन्नइयन एफसी से मुंबई सिटी एफसी
लालहमंगैहसंग राल्ते जिन्हें सीना राल्ते के नाम से जाना जाता है, वे पिछले सीजन चैंपियन चेन्नइयन एफसी का हिस्सा थे, लेकिन मार्को मतेराज़्ज़ि की टीम ने उनकी कोई अहम भूमिका नहीं थी। लेकिन इस फुलबैक की उनके नए टीम मुंबई सिटी एफसी में खास जगह है। राल्ते ने अपना पिछला सीजन चेन्नइयन एफसी के अधिकतर बेंच पर बिताया और केवल छह मैच खेलें। लेकिन इस सीजन उन्होंने मुंबई के लिए 11 मैच खेलें हैं। इस 28 वर्षीय खिलाडी में ताकत कभी खत्म नहीं होती और वे हमेशा पूरे मैदान में दौड़ते रहते हैं। अंक तालिका में मुंबई अभी तीसरे स्थान पर हैं और इसमें राल्ते की अहम भूमिका है। मुम्बई ने इस सीजन 5 क्लीन शीट रखे हैं और इस आंकड़े को और बढ़ाना चाहेगी। इसके लिए उन्हें वापस राल्ते के अच्छे प्रदर्शन की ज़रूरत होगी। #5 सेड्रिक हेंगबर्ट- नार्थईस्ट यूनाइटेड से केरला ब्लास्टर्स
इस सीजन केरला ब्लास्टर्स का डिफेन्स सबसे अच्छा है और इसके पीछे सेड्रिक हेंगबर्ट की अहम भूमिका है। साल 2014 में ये फ्रेंच डिफेंडर ब्लास्टर्स के साथ थे और फिर अगले साल नॉर्थईस्ट यूनाइटेड चले गए। लेकिन फिर केरला ने उन्हें वापस अपनी टीम से जोड़ लिया। इस सीजन उन्होंने स्टीव कप्पेले की टीम के लिए अच्छा प्रदर्शन किया है। अजैसियो के इस पूर्व खिलाडी ने पिछले सीजन नार्थईस्ट टीम को 12 मैचों में तीन क्लीन शीट रखने में मदद की, लेकिन अब केरला के लिए उन्होंने 10 मैचों में तीन क्लीन शीट में मदद की है। अबतक उन्होंने एक गोल भी किया है और एक गोल में असिस्ट भी किया है। मार्की खिलाडी एरोन हग्स की गैर-मौजूदगी में हेंगबर्ट ने पांच बार टीम की कप्तानी की है, जिसमे से वे दो मुकाबले जीते हैं। बाकि केरला के खिलाड़ियों के साथ ये 36 वर्षीय खिलाडी काफी अच्छे फॉर्म में हैं और कप्पेल को उनसे इस सीजन काफी उम्मीदें होंगी।