Indian Super League 2016 को देखने की 5 वजह

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आइये अब आपको बताते हैं कि क्यों Indian Super League 2016 अब तक देश में हुआ सबसे बड़ा और सबसे शानदार फुटबॉल टूर्नामेंट होगा: #1 नया सीजन, नया जोश जब ला लीगा या फिर इंग्लिश प्रीमियर लीग का सत्र शुरू होता है तो पूरी दुनिया की नज़रे उस टिकी होती हैं। वहीं भारत में इंडियन सुपर लीग ऐसा टूर्नामेंट हैं जिसका इंतज़ार हर एक भारतीय फुटबॉल फैन बेसब्री से करता है। ISL औसतन दुनिया का तीसरा सबसे ज्यादा अटेंड किये जाने वाला टूर्नामेंट है जो कि सिर्फ ला लीग और इंग्लिश प्रीमियर लीग से पीछे है, इस साल यह टूर्नामेंट और भी शानदार होने जा रहा है। ISL के तीसरे सत्र में फुटबॉल के कुछ बड़े सितारे देखने को मिलेंगे जो खिलाड़ी या कोच दोनों क़ी भूमिका में होंगे, जो मैचों को और भी रोमांचक बना देंगे। जोश अभी से अपने चरम पर है,ईस्ट बंगाल और मोहन बागान के फैंस एथलेटिको डे कोलकाता का समर्थन करने के लिए हाथ मिला चुके हैं। यही ISL क़ी खासियत है, जो कभी एक दूसरे को विपक्षी मानते थे, उन्होंने अपनी ISL टीम का समर्थन करने के लिए एक- दूसरे का हाथ थाम लिया है। #2 नयी रणनीतिक लड़ाईया 2 ffff कोचों के बीच भी प्रतिस्पर्धा पिछली साल से बड़ी होने वाली है। दुनिया के हर एक कोने से आये हुए कोच इस बात की गारंटी है कि इस बार के सत्र में रोमांच की कोई कमी नहीं होगी और इससे यह बात भी सुनिश्चित होती है कि खेल प्रेमियो को इंग्लैंड की प्रेसिंग,स्पेन का टिकी-टाका और ब्राज़ील का जोगा बोनितो देखने को भी मिलेगा। ज़ीको ISL में सबसे सीनियर कोच हैं। इस पूर्व ब्राज़ीलियाई खिलाड़ी को फुटबॉल जगत के सबसे महान खिलाड़ियों में से एक माना जाता है। FC गोवा को भी एक खतरनाक टीम माना जा रहा है। ऐक और प्रतिस्पर्धा हैं जो इस सत्र को और भी रोमांचक बनाती हैं और वो है दो इटेलियन डिफेंडर्स के बीच। गियानलुका जम्ब्रोटा और मारको मातेराज़्ज़ि पुराने दोस्त और साथी खिलाडी रहे हैं, इटली के लिए दोनों एक साथ लंबे समय तक खेले हैं। हाल ही के वर्षो में दोनों सबसे मजबूत रक्षापंक्ति के हिस्सा भी रहे हैं, दोनों ही ऐक दूसरे के खेल को भली भांति जानते भी हैंमातेराज़्ज़ि ने पिछली साल चेन्नाइयिन FC को ISL चैंपियन बनाया था और यक़ीनन वो अभी आत्मविश्वाश से भरे होंगे वही जम्ब्रोटा भी अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद कर रहे होंगे। मारको मातेराज़्ज़ि ने मज़बूत डिफेंडिंग और तेज जवाबी हमलों के शानदार मिश्रण से ISL में अपनी छाप छोड़ी है और फैंस के दिलो में अपनी जगह बनायीं है। वही दूसरी तरफ ज़ीको ने अपनी अग्रिम पंति पर भरोसा जताते हुए बॉल को ज्यादा से ज्यादा अपने पास रखने में रूचि दिखाई है। अब देखना दिलचस्प होगा कि डिफेंसिव नीति अपनाने वाले जम्ब्रोटा कैसे अपने खेल को ISL की परिस्तिथियों के हिसाब से ढालते हैं। #3 अंडर -17 विश्व कप कि तैयारियो का जांचने का मौका 3ffff भारत में होने जा रहा अंडर 17 विश्व कप भारतीय सरजमी पर फुटबॉल का सबसे बड़ा टूर्नामेंट होगा। भारत ने अभी तक अंडर-17 विश्व कप से बड़ा कोई भी फुटबॉल टूर्नामेंट आयोजित नहीं किया है। आगामी अंडर-17 विश्व कप में दुनिया की सबसे शानदार टीमें भारत में होंगी। इसी को देखते हुए भारत के लिए जरूरी होगा कि वो बिना किसी विवाद के ISL को सफल बनाये।ISL का सफल आयोजन विश्व कप की तैयारियों को दिखाने के लिए एक बड़ा मौका होगा। स्टेडियम में फैंस का शोर, टीम के लिए समर्थन और अच्छी फुटबॉल, एक सफल विश्व कप के लिए बहुत ज़रूरी है और इन सब के लिए बहुत कुछ ISL पर निर्भर करेगा। विश्व कप की समिति अभी तक काफी सहायक रही है और भारत द्वारा विश्व कप की तैयारियो के लिए किये गए प्रयासों को भी उसने सराहा है और इस में कोई शक नहीं है कि इन तैयारियो को देखते हुए इस साल का ISL आयोजकों के लिए एक अग्निपरीक्षा होने वाला है। ISL 2016 का शानदार और सफल आयोजन फीफा और उसके अधिकारियों को अच्छे विश्व कप के आयोजन की गारंटी देगा जिसको लंबे समय तक याद किया जायेगा। #4 फुटबॉल के सितारों का जमावड़ा 4fff हर एक सीजन के साथ ISL और बड़ा होता जा रहा है। यक़ीनन रोबेर्टो कार्लोस ISL में खेले अब तक के सबसे बड़े खिलाडी हैं, लेकिन यह ब्राज़ीलियाई खिलाडी अपना उम्दा खेल नहीं दिखा पाया और बाद में टीम के कोच की भूमिका में ज्यादा दिखा। इस साल ISL में डिएगो फोरलेन जैसा दिग्गज खिलाडी मुम्बई FC के लिए खेलता दिखाई देगा। 2010 के विश्व कप में गोल्डन बॉल जीतने वाला उरुग्वे का यह खिलाडी पिछली पीढ़ी के सबसे शानदार खिलाड़ियों में गिना जाता है। फोरलेन को विवादास्पद एडिडास जाबुलानी को नियंत्रण करने में महारत हासिल करने के लिए भी जाना जाता हैं, जोकि विश्व कप 2010 में पहली बार लोगों के सामने लायी गयी थी। डिएगो फोरलेन इस बार फ्लोरेंट मलूड़ा, हेल्डर पोस्टीगा और इदुर गुड़जॉनसन सरीखे बड़े मार्की खिलाड़ियो के पैनल में शामिल हुए हैं, जोकि अलग-अलग टीमो के मार्की खिलाड़ी हैं। इतने बड़े सितारों की ISL मे उपस्तिथि से टूर्नामेंट की चमक और बढ़ गयी हैं। भारतीय खिलाड़ियों को भी इन सितारों से बहुत कुछ सीखने को मिलेगा। #5 भारतीय फुटबॉल के सितारे 5fff हर एक लीग का मुख्य उद्देश्य घरेलू खिलाड़ियों के खेल के स्तर को और ऊंचा करने का होता है, जिसका परिणाम भी अद्भुत होता है। संदेश झींगन, जोकि इस वक़्त भारत के सबसे अच्छे सेंटर बैक माने जाते हैं, वो लोगो की नज़रो मे तब आये जब 2014 में उन्होंने ISL की टीम केरला ब्लास्टर्स के लिए शानदार प्रदर्शन दिखाया। इस सत्र में भारतीय खिलाड़ियो का एक नया बेडा देखने को मिलेगा। जेजे लालपेखलुआ, सुनील छेत्री और यूगेनेसन लींगदोह खुद को देश के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी साबित कर चुके हैं और देखना दिलचस्प होगा कि इन में से इस बार कौन सा खिलाड़ी अपनी बादशाहत साबित करता है। प्रोनाय हेल्डर पर भी इस बार सभी कि नजरे टिकी होंगी और देखना होगा कि यह 23 वर्षीय खिलाड़ी मुम्बई FC के लिए मिडफ़ील्ड में कैसा प्रदर्शन करता है। भारत धीरे-धीरे लेकिन मजबूती से अंतराष्ट्रीय फुटबॉल में अपनी जगह बना रहा है। भारतीय फुटबॉल के चाहने वाले इस बार एक नए सुपरस्टार को उभरते देखना चाहेंगे। विश्व के सबसे बड़े खेल को भारत में बड़ी मात्रा में चाहने वाले मिल रहे हैं। यह शानदार खेल रोमांच से भरपूर है, कभी यह दिल की धड़कनो को बड़ा देता हैं और कभी दिल तोड़ देता है इसी के साथ अब वक्त आ गया हैं कि जब हर एक भारतीय फुटबॉल को चाहने वाला कहे कि "कमऑन इंडिया लेट्स फुटबॉल"।