केरल ब्लास्टर्स इंडियन सुपर लीग के उन हेवीवेट क्लबों में से एक है,जिसने अब तक के तीन सत्रों में से दो के फाइनल में प्रवेश किया है। पीले रंग के कपड़ो खेलने वाले इन पुरषों की टीम ने अब तक के तीनों आईएसएल सीज़नों में प्रबंधकीय बदलाव हुए हैं, फिर भी उन्होंने 2014 और 2016 के दोनों सीजन में प्लेऑफ के लिए सभी बाधाओं को पारकर अविश्वसनीय रूप से अच्छा प्रदर्शन किया है। ब्लास्टर्स के पास भारतीय फुटबॉल के सबसे अधिक उत्साही प्रशंसक हैं साथ ही जिसके चलते उनके 60,000 की क्षमता वाले 'जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम' में लगभग हमेशा क्लब के खेल के दौरान अधिकतम उपस्थिति के देखने को मिलती है। अब जब अगले सीजन से आईएसएल के नये सेट के साथ बदलाव नज़र आयेगें, आइए ऐसे पांच आईएसएल रिकॉर्ड पर नजर डालें जो वर्तमान में केरल ब्लास्टर्स के नाम हैं। 1. आइएसएल में सबसे अधिक अपीयरेंस संख्या केरल ब्लास्टर्स के नए साइनिंग इयान ह्यूम अपने पूर्व साथी एटीके के बोराजा फर्नांडीज के साथ आईएसएल में सबसे अधिक अपीयरेंस का रिकॉर्ड अपने नाम रखा है। कनाडा के इस खिलाड़ी के 46 अपीयरेंस इस लीग में एक रिकॉर्ड है। इसके अलावा, केरल ब्लास्टर्स के नाम एक भारतीय खिलाड़ी की भी सबसे अधिक अपीयरेंस का रिकॉर्ड हैं। आईएसएल में सन्देश झिंगन की 41 गेम की अपीयरेंस अभी भी एक रिकॉर्ड हैं, और ह्यूम के विपरीत इस भारतीय ने केरल ब्लास्टर्स के साथ ही अपने सभी आईएसएल मैचों को खेले हैं। 2. सबसे अधिक आईएसएल गोल की संख्या आईएसएल में ह्यूम के रिकॉर्ड अपीयरेंस का एक मतलब यह भी है कि इस खिलाड़ी को आईएसएल फ्रैंचाइज़ी लीग के इतिहास में लीग के तीन सत्रों के दौरान गोलपोस्ट तक पहुंचने के लिए 33 वर्षीय को सबसे ज्यादा मौके मिल चुके हैं। केरल ब्लास्टर्स और एटीके के लिए आईएसएल में ह्यूम के 23 गोल ने उन्हें प्रमुख भारतीय फुटबॉल लीग के इतिहास में शीर्ष खिलाड़ी के रूप में एक अलग पहचान दिला दी। केरल ब्लास्टर्स ह्यूम के साथ जुड़ने से प्रसन्न होंगे और अगले सत्र में उनसे उनके गोलों की संख्या बढ़ाने की उम्मीद की जा रही होगी। यह देखने लायक होगा कि क्या यह कनाडाई अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ी, अंततः ब्लास्टर्स को ख़िताब तक पहुँचने में मदद कर पाता है। 3. सबसे लंबे समय तक नाबाद घर पर विजयी रहने का रिकॉर्ड पिछले सत्र में 8 गेम में लगातार विजय अभियान जारी रख, आईएसएल में केरल ब्लास्टर्स ने घर पर सबसे ज्यादा समय तक नाबाद रहने का रिकॉर्ड बना दिया। संयोग से, दिल्ली डायनामोस भी 2016 में पूरे सीज़न घर पर नाबाद रहे और इस मामले में वो भी ब्लास्टर्स के साथ बराबरी पर रहे। केरल ब्लास्टर्स की आईएसएल-3 के पहले मैच में एटीके से हार जाने के चलते ख़राब शुरुआत हुयी, लेकिन घर पर किसी भी प्रकार की हताहत के बिना वो इस अभियान को खत्म करने के लिए मजबूती से लौट कर आए। मगर इसका फायदा वो जब सबसे ज्यादा जरुरत पड़ी तब नही उठा पाये और फाइनल में पेनालिटी में एटीके से हार गए थे, जो कि कोच्चि में आयोजित किया गया था। 4. सबसे अधिक मैन ऑफ द मैच अवार्ड्स की संख्या आईएसएल के मैन ऑफ द मैच पुरस्कार को प्रायोजक के कारणों के चलते हीरो ऑफ द मैच के रूप में जाना जाता है जो मैदान पर सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी के योगदान को पहचानने के लिए हर मैच के बाद दिया जाता है। इस मामले में, आईएसएल के हर दूसरे क्लब से केरल ब्लास्टर्स बेहतर हैं। केरल ब्लास्टर्स के खिलाड़ियों ने आईएसएल के तीन साल के इतिहास में मैन ऑफ द मैच अवार्ड्स की सबसे अधिक संख्या जीती है, जिसमें तीन सीज़न में 28 की मैन ऑफ़ दी मैच खिताबों के साथ आगे हैं। एफसी गोवा और चेन्नईन एफसी भी 27 मैन ऑफ द मैच अवार्ड के साथ ब्लास्टर्स के साथ दौड़ में बने हुए हैं। 5. सबसे बड़ा आईएसएल स्टेडियम हालांकि यह रिकॉर्ड कोलकाता के साल्ट लेक स्टेडियम की बहुत अधिक क्षमता के कारण विवादित है, लेकिन एक तथ्य यह भी है कि एटीके ने अपने घरेलू मैच उससे बहुत छोटे रबींद्र सरोबर स्टेडियम में खेले थे, जिसके चलते क्षमता के मामले में वर्तमान में केरल ब्लास्टर्स के घर कोच्चि का जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम सबसे बड़ा आईएसएल स्टेडियम है। यह अभी भी तय नही है कि एटीके अगले सीजन में रबिन्द्रा सरोबर स्टेडियम में खेलना जारी रखेगा या नहीं, और अगर रखा तो केरल ब्लास्टर्स लगातार दूसरे सीज़न के लिए सबसे बड़े आईएसएल स्टेडियम में खेलने वाली टीम होगी।