खेल मंत्रालय ने रामानंदा निंगथोऊजाम को किडनी का उपचार कराने के लिए 5 लाख रुपए का अनुदान दिया

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रामानंदा निंगथोऊजाम

खेल मंत्रालय ने बुधवार को घोषणा की है कि युवा भारतीय फुटबॉलर रामानंदा निंगथोऊजाम को किडनी परेशानी का उपचार कराने के लिए 5 लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी गई है। खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने ट्वीट किया, 'भारतीय जूनियर फुटबॉलर रामनंदा निंगथोऊजाम की पांच लाख रुपए की मदद की गई, जो इस समय अस्‍पताल में धुंधली दृष्टि और किडनी की समस्‍या से जूझ रहे हैं। अगर जरूरत पड़ी तो हम ज्‍यादा सहायता करेंगे। मेरी प्रार्थना है कि युवा खिलाड़ी जल्‍दी ठीक हो।'

बता दें कि रामानंदा निंगथोऊजाम को किडनी की परेशानी है, जिसका तुरंत चिकित्‍सीय उपचार कराने की जरूरत है। रिक्‍शा चालक के बेटे रामानंदा निंगथोऊजाम का परिवार उनका उपचार कराने में समर्थ नहीं है। रामानंदा निंगथोऊजाम इस समय मणिपुर में शिजा अस्‍पताल में इलाज करा रहे हैं और किडनी की परेशानी के साथ-साथ उन्‍हें धुंधली दृष्टि की भी दिक्‍कत है।

खेल मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार, 'रामानंदा निंगथोऊजाम की गंभीर मेडिकल और परिवार की वित्तीय परिस्थितियों को देखते हुए खेल मंत्री किरेन रिजीजू ने इस एथलीट को खिलाड़ियों के लिए पंडित दीनदयाल उपाध्याय राष्ट्रीय कल्याण कोष के अंतर्गत पांच लाख रुपए की अनुग्रह राशि की वित्तीय सहायता को मंजूरी दी।' इससे पहले अनुभवी खेल कमेंटेटर नोवी कपाडिया को भी इसी कोष से वित्तीय सहायता मुहैया कराई गई थी।

रामानंदा निंगथोऊजाम का ऐसा रहा करियर

रामानंदा निंगथोऊजाम ने 2017 में भारतीय अंडर-17 टीम का प्रतिनिधित्‍व किया था। तब रामानंदा निंगथोऊजाम ने अंडर-17 एशियाई फुटबॉल सॉकर चैंपियनशिप्‍स में हिस्‍सा लिया था। इसके अलावा 2013 में कल्‍याणी में रामानंदा निंगथोऊजाम अंडर-12/अंडर-13 नेशनल सब-जूनियर चैंपियनशिप में हिस्‍सा लिया था। 2015 में उन्‍होंने दिल्‍ली में अंडर-15 राष्‍ट्रीय चैंपियनशिप में हिस्‍सा लिया था। इसके अलावा रामानंदा निंगथोऊजाम ने कई जूनियर अंतरराष्‍ट्रीय टूर्नामेंट्स में भारत का प्रतिनिधित्‍व किया है।

इससे पहले मणिपुर के मुख्‍यमंत्री एन बीरेन सिंह ने आगे आकर फुटबॉलर रामानंदा निंगथोऊजाम की आर्थिक मदद की थी जबकि उनके दोस्‍तों व परिवार के सदस्‍यों ने उनके नाम पर एक फेसबुक पेज खोला, जिसमें अनुदान की मांग की। ऐसी रिपोर्ट है कि रामानंदा निंगथोऊजाम के इलाज के लिए करीब 4 लाख रुपए का अनुदान किया गया था। मंत्रालय ने जानकारी दी कि कोई भी जरूरतमंद खिलाड़ी को अगर सहायता चाहिए तो वह सीधे myasoffice@gmail.com पर लिखे।

दूसरी तरफ अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) के महासचिव कुशल दास ने कहा कि अंडर-17 महिला विश्व कप टीम का कैंप अब 15 अक्टूबर से झारखंड में शुरू होगा। कोविड-19 महामारी के चलते अंडर-17 महिला विश्व कप को नवंबर से अगले साल फरवरी-मार्च में स्थगित कर दिया था। दास ने पीटीआई से कहा, 'हम अक्टूबर के पहले सप्‍ताह में अंडर-17 विश्व कप शिविर शुरू करने की योजना बना रहे थे, लेकिन अब यह 15 अक्टूबर से शुरू होगा। आईएफएफ पहले शिविर अगस्त में कराना चाहता था, लेकिन देश भर में कोविड-19 के मामले बढ़ने से ऐसा नहीं कर सका।'

Edited by निशांत द्रविड़