पैरालिसिस (Paralysis) यानी की लकवा को मांसपेशियों को स्थानांतरित करने की क्षमता के नुकसान के रूप में जाना जाता है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें मांसपेशियां ठीक से नहीं चलती हैं या काम नहीं करती हैं, इसे मसल फंक्शन लॉस कहा जाता है। यह शरीर के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है। इसमें अक्सर प्रभावित क्षेत्र में महसूस करने की हानि शामिल होती है। यह अस्थायी या स्थायी, आंशिक या पूर्ण, स्थानीयकृत (specific area) या सामान्यीकृत (widespread) हो सकता है। लकवा का इलाज मुमकिन है। इसके लिए मेडिकल इलाज के साथ आप कुछ घरेलू उपचार भी अपना सकते हैं। इस लेख में पैरालिसिस से बचाव के लिए 7 घरेलू उपचार बताये गए हैं।
पैरालिसिस से बचाव के लिए अपनाएं यह 7 घरेलू उपचार - Home Remedies For Paralysis In Hindi
1. सरसों के तेल का उपयोग करें (Use mustard oil)
लकवा दूर करने में सरसों का तेल बहुत कारगर होता है। शरीर के प्रभावित हिस्से पर सरसों के तेल की मालिश करने से फायदे देखने को मिल सकते हैं। आप सरसों के तेल की जगह घी का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।
2. योग का सहारा लें (Take up yoga)
अनुलोम-विलोम आसन लकवा में बहुत ही सकारात्मक परिणाम दे सकता है। एक घंटे तक लगातार इसका अभ्यास करें और आपको तुरंत परिणाम भी दिखाई देने लगेंगे। यह पैरालिसिस को ठीक करने का सबसे अच्छा तरीका है। यह दो सप्ताह के भीतर पैरालिसिस को ठीक करने की क्षमता रखता है और इसमें कपालभाति, उज्जय प्राणायाम भी बहुत प्रभावी हैं।
3. एक्यूप्रेशर (Accupressure)
लकवा के इलाज में एक्यूप्रेशर की भी अहम भूमिका है। लकवा में आराम पाने के लिए अनामिका (रिंग फिंगर) के ऊपरी भाग को दबाएं। यदि लकवा बाईं ओर है, तो बाईं अनामिका को दबाएं और यदि दाईं ओर है, तो दाएं हाथ की अनामिका को दबाएं।
4. लहसुन का सेवन करने से मिलेंगे लाभ (Garlic)
लकवा को ठीक करने के लिए लहसुन भी एक और प्रभावी घरेलू उपाय है। लहसुन की 5 से 6 कलियां लें और उन्हें पीस लें। अब इसमें दो चम्मच शहद मिलाएं और इस मिश्रण को रोजाना लें। ऐसा करने पर, दो महीने के अंदर आपको लकवा से राहत मिल सकती है। लहसुन की 5-6 कलियां भी दूध में उबालकर रोजाना सेवन करें। इससे आपका ब्लड प्रेशर तो नियंत्रित रहेगा ही साथ ही प्रभावित हिस्सा भी पुनर्जीवित हो जाएगा।
5. कलौंजी तेल (Nigella Sativa Oil)
लकवा का इलाज कलौंजी के तेल से भी हो सकता है। इस विधि में कलौंजी के तेल को गुनगुना करके शरीर के प्रभावित हिस्से पर हल्की मालिश करें। साथ ही रोजाना 2 से 3 चम्मच कलौंजी का तेल लें और 30-45 दिनों के भीतर आपकी स्थिति में सकारात्मक बदलाव दिखाई देगा।
6. काली मिर्च (Black pepper)
यह लकवा को ठीक करने का एक और प्रभावी तरीका है। इस विधि में 50-60 ग्राम काली मिर्च लेकर 250 ml सरसों के तेल में पका लें। अब इस पके हुए तेल को हल्का गुनगुना करके प्रभावित हिस्से पर लगाएं। इससे आपको कम समय में राहत मिलेगी।
7. अदरक (Ginger)
लकवा को दूर करने में अदरक बहुत उपयोगी है। 5 ग्राम पिसी हुई अदरक को 10 ग्राम उड़द की दाल के साथ लें। अब इसे 50 ग्राम सरसों के तेल में 10 मिनट तक पकाएं। इसमें 2 ग्राम कपूर का चूर्ण भी मिला लें। अब इस मिश्रण के तेल से प्रभावित क्षेत्र पर हल्के हाथों से मालिश करें। कुछ ही दिनों में आपको आश्चर्यजनक राहत का अनुभव होगा। गठिया में भी यह तेल फायदेमंद होता है।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।