भारत चावल का एक बहुत बड़ा उत्पादक देश है। यहां भारी मात्रा में चावल पैदा किया और खाया जाता है। देश की एक बहुत बड़ी आबादी के खाने की प्लेट में आपको चावल जरूर मिल जाएगा। अक्सर जिम जाने वाले लोग ब्राउन राइस (भूरे रंग के चावल) का इस्तेमाल करते हैं जबकि घरों में ज्यादातर सफेद चावल का इस्तेमाल किया जाता है।
चावल क्या है ?
चवाल एक तरह का अनाज होता है। जितने भी अनाज होते हैं, वो कार्बोहाइड्रेट से भरपूर होते हैं। हमारे शरीर को मिलने वाली ऊर्जा का एक बहुत बड़ा हिस्सा कार्बोहाइड्रेट्स के जरिए आता है। साफ शब्दों में कहें, तो कार्बोहाइड्रेट का काम शरीर को एनर्जी प्रदान करना होता है। चावल में कार्ब्स के अलावा काफी सारे दूसरे पोषक तत्व होते हैं जैसे कि कैल्शियम, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, सेलेनियम, प्रोटीन और फैट की मात्रा बहुत कम होती है।
ब्राउन राइस और सफेद राइस में क्या अंतर होता है ?
चावल में बड़ी मात्रा में कार्बोहाइड्रेट होता है और उसमें प्रोटीन भी होता है जबकि फैट की मात्रा लगभग ना के बराबर होती है। ब्राउन राइस 'होल ग्रेन' यानी पूरा अनाज होता है। इसका मतलब है कि इसमें अनाज के सभी हिस्से मौजूद होते हैं। सफेद चावल जोकि भारत के लगभग अधिकतर घरों में यूज़ किया जाता है, उसे फैक्ट्रियों में प्रोसेस कर पॉलिश किया जाता है। प्रोसेसिंग की वजह से चावल में मौजूद ज्यादातर पोषक तत्व निकल जाते हैं। इस कारण सफेद चावल में सिर्फ गुने-चुने पोषक तत्व ही रहते हैं। ज्यादा पोषक तत्वों की मात्रा के कारम ब्राउन राइस को शरीर और सेहत के लिए फायदेमंद माना जाता है।
ब्राउन राइस में पोषक तत्वों की मात्रा ज्यादा
पोषकता के नजरिए से बात करें, तो ब्राउन राइस, सफेद राइस से ज्यादा कारगर है। इसमें ज्यादा फाइबर, एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन और कई सारे मिनरल्स ज्यादा मात्रा में होते हैं। ब्राउन राइस में विटामिन B6, मैग्नीशियम, मैगनीज़, फॉस्फोरस, ज़िंक, नायसिन, आयरन, थायमीन की मात्रा सफेद चावल के मुकाबले ज्यादा होती है।
कौन से चावल खाना ज्यादा अच्छा होगा ?
दोनों ही चावलों में आप पोषक तत्वों की मौजूदगी के बारे में पढ़ चुके हैं और आपको साफ हो चुका होगा कि ब्राउन राइस ज्यादा अच्छा माना जाता है। ब्राउन राइस हेल्थ के लिए काफी अच्छा रहता है। लेकिन इसका ये मतलब भी कतई नहीं है कि सफेद राइस नुकसानदायक होता है। रोजाना खाने के हिसाब से बात करें तो ब्राउन राइस ज्यादा फायदे देगा।