साइटिका नर्व रीढ़ की हड्डी से शुरू होकर कूल्हे से लेकर पैरों तक जाती है। ये सबसे महत्वपूर्ण तंत्रिकाओं में से एक है। साइटिका दर्द एक अस्थाई दर्द है जो खुद भी ठीक हो जाता है। साइटिका नर्व की समस्या होने पर कमर दर्द, पैरों में सुन्नपन भी आ जाता है। इसका कारण खराब जीवनशैली भी है। साथ ही प्रदूषण का स्तर बढ़ना, एक्सरसाइज की कमी, खानपान के चलते, अधिक धूम्रपान करने से भी साइटिका की समस्या हो सकती है।
ऐसे ठीक करें साइटिका
हरसिंगार से दूर होगा साइटिका (Sciatica will be away from Harsingar)
साइटिका में हरसिंगार काफी काम आ सकता है। इसके फूल, पत्ते से लेकर छाल तक औषधीय गुणों से भरे होते हैं। साइटिका में हरसिंगार के पत्तों को साफ कर एक लीटर पानी में उबाल लें उसके बाद इसे ठंडा होने पर छान कर दो रत्ती केसर मिलाकर नियमित रूप से सुबह शाम एक कप सेवन करें। इससे काफी आराम मिलता है।
एक्सरसाइज है जरूरी (exercise in sciatica)
कई शोध में बताया गया है कि साइटिका की समस्या होने पर व्यायाम बेहद जरूरी है। नियमित रूप से व्यायाम करने से कमर की मांसपेशियों में मजबूती मिलती है और साथ ही दर्द निवारक हार्मोन का स्राव भी बढ़ता है। ऐसे में एक्सरसाइज करने से ये समस्या दूर हो सकती है।
बालासन (Balasana for sciatica)
साइटिका में बालासन योगा काफी फायदेमंद होता है। बालासन रीढ़ की हड्डी को लंबाई में खोलने और स्ट्रेचिंग देने में मदद करता है। इसके साथ ही हिप्स को लचीलापन बढ़ाने और कूल्हों, जांघों और निचली कमर में जकड़न को दूर करने में मदद करता है।
भुजंगासन (Bhujangasana benefits in sciatica)
योग करने से शरीर को एक लाभ नहीं बल्कि, कई सारे लाभ मिलते हैं। इसी तरह भुजंगासन को करने से शरीर में लचीलापन रहता है और साथ ही रक्त संचार को बढ़ने में मदद मिलती है। इसके अलावा साइटिका मरीजों के लिए ये आसन बेहद ही फायदेमंद है। क्योंकि, इस आसन को करने से रीढ़ की हड्डी को मजबूत बनाने के साथ ही अच्छे से स्ट्रेच करता है।
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