आँख आना घरेलू उपचार: Aankh Aana Gharelu Upchaar 

आँख आना या आई फ्लू होने पर आप घरेलू चीजों से उसे ठीक कर सकते हैं (फोटो: Boldsky)
आँख आना या आई फ्लू होने पर आप घरेलू चीजों से उसे ठीक कर सकते हैं (फोटो: Boldsky)

आँख आने का अर्थ ये नहीं है कि किसी अंधे को आँखों में रौशनी मिल गई। दरअसल हम सबके आसपास किसी भी बात को आसान शब्दों में कहने का एक तरीका होता है जिसमें आँखों में आए बदलाव या किसी भी परेशानी को इस शब्द के माध्यम से बताया जाता है। आँख आना दरअसल आँख का लाल होना होता है।

आपकी आँखों में मौजूद सफेद हिस्सा जब सफेद की जगह लाल रंग का हो जाता है तो उसे आँख आना कहते हैं। इसे बेहद प्रचलित भाषा में आँखों में गड़बड़ या शरीर में आए बदलाव के माध्यम से दर्शाया जाता है। इस बात को समझें कि अगर ऐसा हो रहा है तो इसका अर्थ है कि आपका इम्यून सिस्टम गड़बड़ हुआ है।

इम्यूनिटी को शरीर की सेहत का परिचायक कह सकते हैं। अगर आपको कोई बीमारी हुई है और आप उससे उबरने में परेशानी महसूस कर रहे हैं तो उसे इम्यूनिटी का कम होना कहते हैं। आइए आपको उन तरीकों के बारे में बताते हैं जिनके माध्यम से आप अपनी आँख आने की समस्या को ठीक कर सकते हैं।

आँख आना घरेलू उपचार: Aankh Aana Gharelu Upchaar

मुलेठी से मिलेगा आराम: Mulethi will help ease

मुलेठी को कई लोग मुलहेठी भी कहते हैं। इसे आप शब्दावली का हेर फेर कह सकते हैं, पर इससे सेहत को कोई नुकसान नहीं है। मुलेठी को दो घंटे पर पानी में भिगोकर रखें। इसके बाद रुई से इस पानी को पलकों पर रखें। इससे सेहत को आराम मिलेगा और आँखों में हो रहे जलन एवं दर्द में कमी मिलेगी।

नीम के पानी से मिलेगा लाभ: Neem Water will cure

नीम को आप बीमारी नाशक कह सकते हैं। हर प्रकार की बीमारी का इलाज है नीम और उसकी पत्तियाँ। अगर नीम की पत्तियाँ सही से काम करेंगी तो आपको किसी भी रोग से डरने की जरूरत नहीं है। आप नीम की पत्तियों का रस बना लें और उससे आँखों पर छीटें मारें। इसके बाद गुलाबजल को आँख के अंदर डालें। ये बात तो जाहिर है कि नीम का रस आप आँख बंद करके ही छीटों के रूप में डालेँगे।

दूध की मलाई: Milk Cream helps cure

दूध की मलाई को आप निकाल लें और अब उसको पलकों पर रख लें। इसको थोड़ी देर तक इस तरह से ही रखें। इससे आपको काफी लाभ मिलेगा। सेहत के लिए ये बेहद जरूरी है। आँखों को होने वाला दर्द आपकी सेहत को खराब करने के साथ साथ आँखों की रौशनी पर भी बुरा प्रभाव ड़ालता है।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Amit Shukla