मैदा खाना सेहत के लिए हानिकारक होता है। यही वजह है कि घर के बड़े बुजुर्ग हमें मैदा खाने से रोकते हैं। आपने ये बात गौर की होगी कि होली या फिर किसी भी त्यौहार के दौरान लोग ज्यादा बीमार होते हैं। इसकी एक बड़ी वजह है उनका अनियमित या अधिक खान पान जो उनकी पाचन क्रिया को नुकसान पहुँचाता है।
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मैदा में काफी फैट होता है और इससे सेहत को भी बड़ा नुकसान होता है। इसके कारण आपको दिक्क्त पेश आती है और लोगों को कई बार तो इसके कारण अपने शुगर लेवल में भी बढ़ोतरी देखने को मिलती है। ये बात आपने गौर की होगी कि आप नमकीन तो खा सकते हैं लेकिन मीठा ज्यादा होते ही शरीर परेशान हो जाता है।
शरीर में इन्सुलिन की मात्रा ही इस बात को निर्धारित करती है कि आप शुगर के मरीज हैं या नहीं और इसकी मात्रा में कमी या बढ़ोतरी मीठा खाने से होती है। ऐसे में जरूरी है कि आप अधिक मीठा ना खाएं और ना ही मैदा खाएं क्योंकि इनमें से किसी के भी सेवन से आप सेहत को नुकसान पहुँचाते हैं।
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मैदा खाने के नुकसान
डायबिटीज को बढ़ावा दे
मैदा खाते ही आपके शरीर में शुगर का लेवल बढ़ता है और अगर आप अधिक मैदा खाते हैं तो आपके पैंक्रीयाज़ को उसी मात्रा में इन्सुलिन का रिसाव करना पड़ता है ताकि आपकी सेहत पर कोई बुरा असर ना पड़े। यदि आप मैदे का सेवन नहीं रोकते हैं तो आपको डायबिटीज भी हो सकता है।
कोलेस्ट्रॉल को बढ़ावा दे
मैदे से बनी चीजों के कारण शरीर में बुरे कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है। इससे आपकी सेहत पर भी असर पड़ता है। मैदे के सेवन को रोकने से आप अपनी सेहत को तो ठीक रखते ही हैं लेकिन साथ ही आप कोलेस्ट्रॉल को भी कंट्रोल में रखते हैं जिससे आपको काफी ज्यादा फायदा होता है।
एसिडिटी बढ़ाए मैदा
पाचन के दौरान मैदा आपके शरीर से एसिड का रिसाव बढ़ा देता है। इसके कारण आपको एसिडिटी का अनुभव होता है जो आपके लिए किसी भी प्रकार से सही नहीं है। एसिडिटी का अर्थ है खराब सेहत जो कोई भी नहीं चाहेगा। अगर आप भी खराब सेहत नहीं चाहते हैं तो मैदे का सेवन रोक दें।
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