ओमिक्रॉन एक्सई वेरिएंट के इन लक्षणों से सावधान, बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा : Omicron Xe Variant Symptoms 

ओमिक्रॉन एक्सई वेरिएंट के इन लक्षणों से सावधान, बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा (फोटो - sportskeeda hindi)
ओमिक्रॉन एक्सई वेरिएंट के इन लक्षणों से सावधान, बच्चों को सबसे ज्यादा खतरा (फोटो - sportskeeda hindi)

देश भर में कोरोना वायरस के केस फिर से बढ़ने लगे हैं। इसे कोरोना की चौथी लहर मान रहे हैं। चिंता की बात यह है कि कोरोना की चौथी लहर सबसे ज्यादा बच्चों के लिए खतरनाक हैं। इस बार बच्चों में संक्रमण बढ़ रहा है। ऐसे में बच्चों को कोरोना की चौथी लहर और संक्रंमण से बचाना एक बड़ी चुनौती है। इस बार कोरोना के दो नए वेरिएंट का पता चला है। एक ओमिक्राॅन एक्स ई और दूसरा बीए 2 वेरिएंट चौथी लहर में अपना प्रकोप दिखा रहे हैं। चलिए जानते हैं कोरोना वायरस के ओमिक्राॅन एक्स ई वैरियंट के लक्षण, प्रभाव और बचाव के उपायों के बारे में।

ओमिक्राॅन एक्सई वैरिएंट क्या है

भारत में ओमिक्राॅन एक्सई वेरिएंट के मामले मिले हैं। एक्सई वेरिएंट ओमिक्राॅन वेरियंट के दौ स्ट्रेंस का हाइब्रिड है। बीए 1 और बीए 2 से मिलकर बने वैरिएंट को ओमिक्रान एक्सई वैरियंट कहा गया।

ओमिक्राॅन एक्सई का खतरा सबसे ज्यादा किसे?

चौथी लहर में कोरोना के वेरिएंट का सबसे ज्यादा खतरा बच्चों को है। वहीं भारत में टीकाकरण अभियान और बूस्टर डोज अभियान जारी हैं। देखा जाए तो अधिकतर लोगों का वैक्सीनेशन हो गया है। लेकिन बच्चों का टीकाकरण न होने से उनकी इम्यूनिटी कमजोर हो सकती है। जिसके कारण संक्रमण का शिकार बच्चे हो सकते हैं। ऐसे में बच्चों को कोरोना के इस नए वेरिएंट से सुरक्षित रखने की जरूरत है।

ओमिक्राॅन एक्स ई के लक्षण

1 . सामान्य से अलग खांसी आना और सर्दी होना।

2 . रुक-रुक कर बार-बार तेज सिरदर्द होना।

3 . गला जाम हो जाना, बोलने में दिक्कत आना।

4 . अचानक शरीर में दर्द होने लगना।

5 . बेचैनी और घबराहट होना।

ओमिक्राॅन एक्सई से बचाव

1 . इस बार कोरोना की इस चौथी लहर के संक्रामक ओमिक्राॅन एक्सई वैरिएंट से सबसे ज्यादा बच्चों को बचाना है। ऐसे में बच्चों को स्वस्थ जीवन शैली अपनाने की जरूरत है। सोने, खाने का एक निर्धारित समय तय हो, जिससे उनकी सेहत में लाभ हो सके और इम्यूनिटी मजबूत बने।

2 . जो बच्चे टीकाकरण के लिए पात्र हैं, उनका जल्द से जल्द वैक्सीनेशन कर दिया जाए।

3 . स्कूल में बच्चों की स्वच्छता और सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखा जाए।

अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।

Edited by Naina Chauhan
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