पेट की चर्बी (Belly fat) को कम करने की इच्छा सभी रखते हैं लेकिन हर कोई इसे नहीं कर पाता है। काम की जद्दोजहद और सेहत पर होने वाले इसके प्रभाव के मद्देनजर कई बार कुछ लोग हल्का फुल्का चल लेते हैं या फिर पंजों को चलाकर ये मान लेते हैं कि उनकी पेट की चर्बी एकदम से गायब हो जाएगी।
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ऐसा नहीं होगा इसलिए अगर आप भी अब तक खुद को इन झूठी बातों से तस्सली दे रहे थे तो अब ऐसा ना करें। पेट की चर्बी के कारण इंसान को सिर्फ नुकसान ही होता है। आप अपने शरीर में रोगों को एक प्रकार का न्योता दे रहे होते हैं जो सही बात नहीं है। आइए आपको बताते हैं वो योगासन जो पेट की चर्बी को पिघला देगा।
पेट की चर्बी को गायब करने के लिए करें ये योगासन: Remove Belly Fat With Yogasan
नौकासन करें: Do Naukasan
वैसे तो कई आसनों से इस लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है लेकिन अगर आप नौकासन करते हैं तो उससे आपको काफी लाभ होगा। आपकी सेहत के लिए ये एक अच्छा आसन है। इस आसन को करने के दौरान आपको अपने पेट में एक दर्द सा लगेगा लेकिन उसकी वजह से इस आसन को ना रोकें।
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कैसे करें नौकासन: How to do Naukasan
- सबसे पहले तो जमीन पर लेट जाएं जिसमें पेट छत और पीठ जमीन पर हो।
- इस दौरान आपके पंजे जुड़े होने चाहिए और हाथ भी शरीर के दोनों किनारों पर होने चाहिए।
- हाथ और पैर किसी भी प्रकार से मुड़े हुए ना हों और सर के नीचे तकिया इत्यादि ना हो।
- अब एक गहरी सांस लें और तुरंत ही पैरों, हाथों और धड़ को ऊपर उठाएं।
- इस दौरान आपको पूरी तरह से ऊपर नहीं उठना है बल्कि आपके शरीर के ये दो अंग, पैर और धड़ जमीन से तीस डिग्री के कोण पर हों जबकि हाथ जमीन के समानांतर हों।
- शरीर को जब आप ऊपर उठाएंगे तो सबसे पहले आप इसी मुद्रा में आएँगे। हाथों को जाँघों के ऊपर रखें लेकिन वो जाँघों को छू ना रहे हों।
- इस स्थिति में रहते हुए साँसों को लेते रहें और एक ही सांस को अंदर ना बाँध कर रखें।
- धीरे से सांस छोड़ें और शरीर को नीचे की तरफ ले आएं।
- इस क्रिया को कम से कम पांच बार करें।
फायदे: benefits
- इसको करते ही आपको पेट और उसके आसपास की जगह पर एक दर्द सा महसूस होगा। ये आपकी पेट और उसके आसपास की नसों और मांसपेशियों को मजबूत कर देगा।
- पैर और हाथ की मांसपेशियों को बेहतर बना देगा।
- हर्निया के रोगियों को इससे आराम मिलता है।
किसे नहीं करना चाहिए: Who should avoid Naukasana
- प्रेग्नेंसी और मासिक धर्म के शुरूआती दो दिनों में इसे नहीं करना चाहिए।
- माइग्रेन (Migraine), निम्न रक्त चाप (Low Blood Pressure) और जिन्हें भी कोई पुरानी असाध्य बीमारी हो उन्हें इसे नहीं करना चाहिए।
- अस्थमा और दिल के मरीजों को इस योगासन से बचना चाहिए।
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है। यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है। अधिक जानकारी के लिए हमेशा किसी विशेषज्ञ या अपने चिकित्सक से परामर्श करें। स्पोर्ट्सकीड़ा हिंदी इस जानकारी के लिए ज़िम्मेदारी का दावा नहीं करता है।