प्रो कबड्डी लीग (PKL 8) के आठवें सीजन का लीग स्टेज खत्म हो चुका है और 12 में से 6 टीमों ने प्लेऑफ के लिए लिए क्वालीफाई किया। 132 मैचों के बाद टूर्नामेंट की टॉप 6 में 3 टीम का फैसला लीग स्टेज के आखिरी दिन हुआ।
प्रो कबड्डी लीग के अभी तक के सभी सीजन की बात करें तो तीन टीमों ने 5 या उससे ज्यादा बार प्लेऑफ/सेमीफाइनल में जगह बनाई है। इसके अलावा तीन टीमों ने चार-चार और दो टीमों ने तीन-तीन बार प्लेऑफ/सेमीफाइनल में जगह बनाई। प्रो कबड्डी लीग की 12 में से 11 टीम ने कम से कम दो बार सेमीफाइनल/प्लेऑफ में जगह बनाई और सिर्फ तमिल थलाइवाज ही ऐसी टीम है जो अभी तक एक बार भी टॉप 6 में नहीं पहुंचे हैं।
आइये नज़र डालते हैं किस टीम ने PKL में सबसे कम बार प्लेऑफ/सेमीफाइनल में प्रवेश किया है:
# जयपुर पिंक पैंथर्स (2)
प्रो कबड्डी लीग के पहले सीजन की विजेता जयपुर पिंक पैंथर्स 8 में से सिर्फ दो बार ही सेमीफाइनल में पहुंची है। पहले सीजन के अलावा जयपुर ने चौथे सीजन फाइनल में जगह बनाई थी, जहाँ उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। PKL 8 में जयपुर ने 22 मैचों में 10 जीत और 63 अंकों के साथ आठवें स्थान पर रहे और प्लेऑफ से चूक गए।
# तेलुगु टाइटंस (2)
प्रो कबड्डी लीग के आठवें सीजन में आखिरी स्थान पर रहने वाली तेलुगु टाइटंस ने भी सिर्फ दो बार सेमीफाइनल में जगह बनाई है। 2015 में खेले गए दूसरे सीजन में तेलुगु टाइटंस तीसरे और 2016 में खेले गए चौथे सीजन में तेलुगु टाइटंस चौथे स्थान पर रही थी। उसके अलावा PKL में उनका प्रदर्शन निराशाजनक ही रहा है।
# तमिल थलाइवाज (0)
प्रो कबड्डी लीग के पांचवें सीजन में डेब्यू करने वाली तमिल थलाइवाज अभी तक एक बार भी प्लेऑफ में नहीं पहुंची है। पांचवें और छठे सीजन में तमिल थलाइवाज अपने जोन में आखिरी स्थान पर रही थी, वहीं सीजन 7 में वह 12 टीमों में आखिरी स्थान पर रहे। PKL 8 में भी तमिल थलाइवाज ने निराश ही किया और 22 मैचों में सिर्फ 5 जीत और 47 अंकों के साथ 11वें स्थान पर रहे।