Senior National Kabaddi Championship 2020: हम अगर दबाव लेकर खेलेंगे, तो बिल्कुल भी अच्छा नहीं कर पाएंगे- नवीन कुमार

नवीन कुमार ने काफी अच्छा किया है (फोटो साभार- Pro Kabaddi)
नवीन कुमार ने काफी अच्छा किया है (फोटो साभार- Pro Kabaddi)

सेना की टीम ने जयपुर में चल रहे 67वें सीनियर नेशनल कबड्डी चैंपियनशिप के सेमीफाइनल मुकाबले में उत्तर प्रदेश को 49-31 से हराते हुए फाइनल में जगह बनाई, जहां उनका मुकाबला इंडियन रेलवे के खिलाफ होगा। टीम की जीत में स्टार रेडर नितिन तोमर ने सुपर 10 लगाया, तो नवीन कुमार ने भी 8 अंक हासिल करते हुए जबरदस्त प्रदर्शन किया।

नवीन का प्रदर्शन पूरे टूर्नामेंट में जबरदस्त रहा और उन्होंने काफी प्रभावित किया। सेमीफाइनल में मिली जीत के बाद नवीन ने स्पोर्ट्सकीड़ा के साथ खास बातचीत की, जानिए उन्होंने क्या कहा:

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-आपका प्रदर्शन टूर्नामेंट में काफी अच्छा रहा और टीम भी फाइनल में पहुंच गई है, क्या कहना है आपको?

-टीम का जीतना काफी जरूरी है और हमने सेमीफाइनल मुकाबला जीतते हुए फाइनल में पहुंच गए हैं, तो काफी अच्छा लग रहा है।

-टीम में रोहित कुमार और नितिन तोमर जैसे अनुभवी रेडर्स है, तो इससे आपको नेचुरल गेम खेलने में आसानी हुई?

-मेरे ऊपर दबाव नहीं था, हमारे पास काफी अच्छे खिलाड़ी हैं। टीम में डिफेंडर्स भी काफी अच्छे हैं। इसके अलावा नितिन तोमर और रोहित कुमार काफी सपोर्ट कर रहे हैं और जब भी मैं आउट होता हूं तो मुझे रिवाइव कराते हैं।

--नेशनल के लिए आपने कोई खास तैयारी की, यह कुछ अलग करने का प्रयास किया?

-टीम के साथ खेलते हैं, तो उसके हिसाब से खुद को ढालना होता है। स्किल्स में बदलाव करने होते हैं, टो टच, हैंड टच और बोनस इन्हीं पर काम किया कि किस तरह पॉइंट हासिल किया जा सके। अलग-अलग हालातों के हिसाब से बदलाव करना होता है।

-जैसे-जैसे आप खेल रहे हैं और अनुभवी खिलाड़ियों के साथ खेल रहे हैं, तो अपने गेम में क्या बदलाव महसूस किया है आपने? आपने फिट रखने के लिए खुद को क्या किया?

-गेम में सबसे ज्यादा बदलाव फिटनेस पर ही आया है। फिट है, तो हम कुछ भी कर सकते हैं। फिट रहना काफी जरूरी है, स्किल्स तो वहीं रहते हैं, लेकिन पूरी तरह से फिट रहने से फायदा मिलता है। इस समय पूरी तरह फिट हैं, तो टीम काफी अच्छा कर रही है। साउथ एशियन गेम्स में गोल्ड जीतने के बाद काफी हौसला बड़ा है। हमारा कैंप लगा और इसमें काफी कुछ सीखने को मिलता है। सबके साथ खेलने से फायदा होता है और इससे मदद मिलती है। कोच हमसे बात करते रहते हैं, तो मानसिक तौर पर भी दबाव नहीं होता।

-आपको सब जानने लगे हैं और आपसे उम्मीद भी बढ़ गई है। जब भी आप खेलने उतरते हैं, तो इसका दबाव रहता है?

-मेरे ऊपर ऐसा कोई दबाव नहीं रहता है। हमने काफी अभ्यास किया है और टीम भी अच्छी है। एक दूसरे को सब समझते हैं, रेड पर जाने से पहले देखना होता है कि कौन लूज है। हम अगर प्रेशर लेकर खेलेंगे, तो अच्छा नहीं कर पाएंगे। फ्री होकर खेलेंगे, तो अच्छा करेंगे और इससे बाहर वालो को भी अच्छा लगेगा।

-फाइनल मुकाबले के लिए कोई खास रणानीति?

-हम अपने प्लान अभी नहीं बता सकते हैं। हालांकि टीम का माहौल काफी अच्छा है और हम निश्चित ही अच्छा प्रदर्शन करेंगे।

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Edited by मयंक मेहता