1,000 खेलों इंडिया केंद्र खोलेगी सरकार, संन्‍यास ले चुके खिलाड़‍ियों की होगी बड़ी मदद: किरेन रीजीजू

किरेन रीजीजू
किरेन रीजीजू

केंद्रीय खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि सरकार ने कई पॉलिसी में बदलाव किया और पहल की है कि खिलाड़‍ियों और प्रोत्‍साहन व समर्थन कर सकें और खेल समुदाय को वो संन्‍यास के बाद भी फायदा पहुंचाएं। खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को रोजगार मुहैया कराने के लिए सरकार देश में 1,000 खेलो इंडिया केंद्र खोलेगी।

रीजीजू ने फिक्की के 10वें वैश्विक खेल सम्मेलन टर्फ 2020 के दौरान कहा, 'हम देश भर में 1,000 खेलो इंडिया लघु केंद्रों को शुरू करने जा रहे हैं, जिससे संन्यास ले चुके खिलाड़ियों को रोजगार हासिल करने या देश में खेल संस्कृति का विकास करने में मदद जरूर मिलेगी।'

किरेन रीजीजू ने आगे कहा, 'जब खिलाड़ी परेशानी में होता है तो इससे भावी पीढ़ियां हतोत्साहित होती हैं। सरकार यह भी सुनिश्चित कर रही है कि खिलाड़ियों और लाभार्थी के पास बिना किसी रुकावट के सरकार से मिलने वाली पुरस्कार राशि, वित्तीय सहयोग पहुंचे।'

किरेन रीजीजू ने की लोगों से खास अपील

खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने ध्‍यान दिलाया कि भारत में काफी क्षमता है, लेकिन खेल की जहां तक बात है तो सिर्फ क्षमता भर से कुछ नहीं होगा। उसका उपयोग और सही दिशा में काम होना जरूरी है। रीजीजू ने कहा, 'हमें नागरिकों को प्रो-खेल और प्रो फिटनेस बनाना होगा। हम खुश भारत की बात ऐसे नहीं कर सकते, जहां नागरिक अनफिट हो। हम खेल क्षेत्र में सफलता रचने से पहले खेल परंपरा की बात नहीं कर सकते।'

रीजीजू ने इस मौके पर कॉर्पोरेट घरानों से देश में खेल प्रेमी समाज के निर्माण में मदद करने का आह्वान भी किया।

रीजीजू ने कहा, 'सरकारी समर्थन की कोई कमी नहीं है, लेकिन हमारा देश ऐसा नहीं है, जिसे खेलों के लिये जाना जाता हो। सरकारी प्रयास कभी पर्याप्त नहीं होते। लोगों के प्रयास, लोगों की भागीदारी से खेलों में सफलता मिलेगी।' इस समारोह में ओलंपिक रजत पदक विजेता पीवी सिंधू, मध्यप्रदेश की खेल मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया, ऑस्ट्रेलियाई ओलंपिक समिति के सीईओ मैट कैरोल और फिक्की अध्यक्ष डॉ. संगीता रेड्डी आदि ने भी भाग लिया।

खेल मंत्री किरेन रीजीजू ने कहा कि खेलो इंडिया और फिट इंडिया मूवमेंट मजबूती से आगे बढ़े। रीजीजू ने कहा, 'महामारी के दौरान हमने गतिविधियां नहीं रोकी। हमने डिजिटल तकनीकों के सहारे खिलाड़‍ियों को ज्ञान दिया और उन्‍हें ट्रेनिंग जारी रखने दी। मेरा लक्ष्‍य तय है कि भारत को 2028 ओलंपिक में टॉप-10 मेडल देशों में देखना है। इस प्रयास के लिए हमने कई नीतियों में बदलाव किया है।'