माइकल शूमाकर का रिकॉर्ड तोड़ने के बाद लुईस हैमिल्‍टन ने कहा- जिंदा रहने का शानदार समय

लुईस हैमिल्‍टन
लुईस हैमिल्‍टन

लुईस हैमिल्‍टन ने पुर्तगाल ग्रां पी जीतकर इतिहास रच दिया। मर्सीडीज के ड्राइवर लुईस हैमिल्‍टन ने करियर की 92वीं जीत दर्ज की और फॉर्मूला वन में सबसे ज्‍यादा रेस जीतने वाले ड्राइवर बने। लुईस हैमिल्‍टन ने रिटायर्ड फेरारी के महान ड्राइवर माइकल शूमाकर (91 जीत) का रिकॉर्ड तोड़ा। लुईस हैमिल्‍टन की 92वीं जीत सबसे शानदार रही। उन्‍होंने सभी लैप पूरे किए, लेकिन पुर्तगाल ग्रां पी में तीन प्रतिद्वंद्वियों को करीबी अंतर से मात दी।

लुईस हैमिल्‍टन ने दूसरे स्‍थान पर रहे वाल्‍टेरी बोटास को 25 सेकंड के अंतराल से मात दी, जो पहले लैप में आगे थे। छह बार के विश्‍व चैंपियन लुईस हैमिल्‍टन रिकॉर्ड सातवें खिताब की बराबरी करने पर हैं। लुईस हैमिल्‍टन ने 2013 में मैक्‍लेरन का साथ छोड़ा और मर्सीडीज से जुड़े थे। इस खास जीत के बाद लुईस हैमिल्‍टन ने अपनी टीम के साथियों और फैक्‍टरी वालों को धन्‍यवाद दिया।

ब्रिटेन के लुईस हैमिल्‍टन ने पुर्तगाल ग्रां पी जीतने के बाद कहा, 'मुझे पता था कि हम चैंपियनशिप्‍स जीत सकते हैं। क्‍या मैंने कभी इतना सोचा था, जितना है? नहीं। क्‍या मैंने सोचा था कि हम इतनी रेस जीतेंगे? बिलकुल भी नहीं। यह हमारे लिए शानदार समय है और अच्‍छी बात यह है कि सिर्फ मैं नहीं हूं। जिंदा रहने का क्‍या समय है।'

लुईस हैमिल्‍टन ने अपनी पूरी टीम को दिया सफलता का श्रेय

यह पूछने पर कि अपना स्‍तर कैसे बढ़ाया तो लुईस हैमिल्‍टन ने कहा कि यह टीम पर निर्भर करता है। उन्‍होंने कहा, 'इतिहास पर नजर दौड़ाएं तो मेरे ख्‍याल से हमें अभी बहुत कुछ करना है। मैं 35 साल का हूं और अब भी शारीरिक रूप से मजबूत हूं। जब आपकी उम्र आपको साथ नहीं देती तो आपके प्रदर्शन में गिरावट आने लगती है? मगर जैसा कि आज दिखा, मुझे कोई परेशानी नहीं हुई।'

पुर्तगाल ग्रां पी में तीसरे स्‍थान पर रहे रेड बुल के 23 साल के मैक्‍स वेर्सटापन ने रिकॉर्ड टूटने के बाद लुईस हैमिल्‍टन को बधाई दी और मजाक भी किया। उन्‍होंने कहा, 'लुईस हैमिल्‍टन कहते थे कि वह हमेशा खुद को धकेलते हैं क्‍योंकि वह अपना स्‍तर बहुत ऊंचा स्‍थापित करना चाहते हैं। यह शानदार है। उम्‍दा उपलब्धि है। 92 जीत और मुझे नहीं लगता कि ये यहां रूकने वाले हैं। मेरे ख्‍याल से लुईस हैमिल्‍टन 100 से ज्‍यादा जीत दर्ज करके और मुझे तब तक धकेलेंगे जब तक मैं 40 साल का नहीं हो जाता। यह अच्‍छा उत्‍साहवर्धन है।'

Edited by Vivek Goel