अंकिता रैना का फ्रेंच ओपन क्‍वालीफायर्स में सफर हुआ समाप्‍त

अंकिता रैना
अंकिता रैना

भारत की टेनिस स्‍टार अंकिता रैना का गुरुवार को फ्रेंच ओपन क्‍वालीफायर्स में सफर समाप्‍त हो गया। अंकिता रैना को दूसरे राउंड में जापान की कुरुमी नारा ने सीधे सेटों में मात दी। भारत की शीर्ष महिला सिंगल्‍स खिलाड़ी अंकिता रैना फ्रेंच ओपन क्‍वालीफायर्स के दूसरे राउंड में नारा के सामने नहीं टिक सकी और एक घंटे व 21 मिनट में 3-6, 2-6 से मुकाबला गंवा बैठीं। अंकिता रैना ने मैच के बाद कहा, 'मैच खराब नहीं था। मेरे पास अपनी सर्विस गेम में मौके थे, लेकिन नारा ने जबरदस्‍त वापसी की। अगर मैं उन गेम्‍स में दमदार खेलती तो परिणाम अलग हो सकता था। आज यहां हवा चलने के कारण भी काफी असर पड़ा।'

अंकिता रैना की हार से साफ हो गया कि इस साल क्‍ले कोर्ट ग्रैंड स्‍लैम के सिंगल्‍स प्रमुख ड्रॉ में कोई भारतीय नजर नहीं आएगा। सुमित नागल, रामकुमार रामानाथन और प्रजनेश गुणेश्‍वरण पहले ही पुरुष सिंगल्‍स क्‍वालीफायर्स से बाहर हो चुके हैं। रोहन बोपन्‍ना और दिविज शरण अपने-अपने जोड़ीदारों के साथ पुरुष डबल्‍स में स्‍पर्धा करेंगे।

अंकिता रैना ने किया था कड़ा संघर्ष

बता दें कि अंकिता रैना ने कड़े मुकाबले में सर्बिया की जोवाना जोविच को मात देकर दूसरे राउंड में जगह पक्‍की की थी। विश्‍व रैंकिंग-175 अंकिता रैना ने 26 साल की जोविच को 6-4, 4-6, 6-4 से मात दी थी। अंकिता रैना ने यह मुकाबला दो घंटे और 47 मिनट में जीता था, जिसमें से निर्णायक सेट ही 1 घंटे और 11 मिनट तक चला था। इसी के साथ अंकिता रैना ने जोविच से 6 साल पुराना हिसाब चुकता कर लिया था। दरअसल, 6 साल पहले जोविच ने चीन में अंकित रैना का मात दी थी, जिसके बाद भारतीय खिलाड़ी ने मंगलवार को फ्रेंच ओपन क्‍वालीफाइंग में हिसाब बराबर किया।

याद हो कि भारत के प्रजनेश गुणेश्वरन को बुधवार को ऑस्ट्रेलिया के एलेक्सांद्र वुकिच के खिलाफ सीधे सेटों में हार का सामना करना पड़ा था। इसी के साथ प्रजनेश फ्रेंच ओपन टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष एकल क्वालीफायर दूसरे दौर में हारकर टूर्नामेंट से बाहर हुए। भारत के दूसरे सर्वोच्च रैंकिंग वाले पुरुष एकल खिलाड़ी प्रजनेश को वुकिच के खिलाफ 4-6 6-7 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी। भारतीय खिलाड़ी ने पहले दौर में तुर्की के सेम इलकेल को हराया था। देश के शीर्ष एकल खिलाड़ी सुमित नागल और रामकुमार रामनाथन क्वालीफाइंग स्पर्धा के पहले दौर में ही हारकर बाहर हो गए थे।

अमेरिकी ओपन के पहले दौर में जीत के साथ सात साल में ग्रैंडस्लैम एकल मुकाबला जीतने वाले पहले भारतीय बने 16वें वरीय नागल को जर्मनी के अनुभवी खिलाड़ी डस्टिन ब्राउन के खिलाफ 6-7 5-7 से शिकस्त झेलनी पड़ी थी जबकि रामनाथन को वाइल्ड कार्ड धारक ट्रिस्टेन लेमेसिन के हाथों 5-7 2-6 से हार का सामना करना पड़ा था।