बर्थडे स्पेशल : कागज की ट्रॉफी बनाकर विम्बल्डन जीतने का सपना देखते थे नोवाक जोकोविच

जोकिविच सबसे ज्यादा हफ्तों तक विश्व नंबर 1 रहने वाले टेनिस खिलाड़ी हैं।
जोकिविच सबसे ज्यादा हफ्तों तक विश्व नंबर 1 रहने वाले टेनिस खिलाड़ी हैं।

दुनिया के नंबर 1 टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच पिछले कई सालों से टेनिस कोर्ट की सभी चर्चाओं में लोगों की जुबां पर रहे हैं। रॉजर फेडरर और राफेल नडाल की बादशाहत को चुनौती देते हुए जोकोविच ने न सिर्फ इनका दबदबा कम किया बल्कि खुद टेनिस की दुनिया पर राज करना शुरु कर दिया। जोकोविच की सबसे खास बात ये है कि वह ग्रास, हार्ड और क्ले, हर तरह के कोर्ट पर अच्छी पकड़ रखते हैं, एक ऐसी खासियत जो फेडरर और नडाल में भी नहीं रही। 22 मई को नोवाक जोकोविच का जन्मदिन होता है। 22 मई 1987 को जन्में जोकोविच सबसे ज्यादा हफ्तों तक एटीपी रैंकिंग में नंबर 1 पर रहने वाले खिलाड़ी हैं और अब भी काफी मजबूती से खेल रहे हैं। जोकोविच के टेनिस कोर्ट पर बनाए रिकॉर्ड से तो दुनिया वाकिफ है लेकिन उनकी जिंदगी से जुड़े कुछ बेहद खास तथ्य हैं जिन्हें जानकर आप भी खुश हो जाएंगे -

1) मस्ती के लिए खेलना शुरु किया टेनिस

जोकोविच ने नन्ही सी उम्र में ही टेनिस का रैकेट थाम लिया था।
जोकोविच ने नन्ही सी उम्र में ही टेनिस का रैकेट थाम लिया था।

जोकोविच ने 4 साल की नन्हीं उम्र से ही टेनिस खेलना शुरु कर दिया था। सर्बिया में कोपोनिक नाम के एक माउंटेन रिसोर्ट में उनके माता-पिता बिजनेस करते थे जहां सामने ही टेनिस कोर्ट था जहां जोकोविच ने मस्ती के लिए टेनिस खेलना शुरु किया।

2) कागज से बनाई ट्रॉफी

7 साल की उम्र में जोकोविच ने ठाना कि वो टेनिस को बतौर करियर बढ़ाना चाहेंगे और इस छोटी उम्र में ही जोकोविच ने नंबर 1 खिलाड़ी बनने और विम्बल्डन जीतने की ठान ली थी। जोकोविच ने एक इंटरव्यू में बताया कि वो बचपन में खुद का हौसला बढ़ाने के लिए कागज और लकड़ी से घर पर टेनिस ट्रॉफी बनाते थे।

3) खाने से बदला खेल

जोकोविच के मुताबिक साल 2010 से पहले तक वो कई बार मैच के दौरान सांस लेने में तकलीफ महसूस करते थे, और जल्दी थक जाते थे। जोकोविच के मुताबिक इस साल ऑस्ट्रेलियन ओपन के दौरान मेलबर्न की गर्मी में उन्हें खेलने में काफी दिक्कत आने लगी। क्वार्टरफाइनल में जो विल्फ्रेड सोंगा के खिलाफ 5 सेट में हारने के बाद जोकोविच ने समझ लिया कि उन्हें जीवन में कुछ बड़े बदलाव करने हैं। और जोकोविच ने अपनी थकान का कारण अपनी डाइट को माना। जोकोविच पिज्जा, चीनी से बने सोडा का सेवन करते थे। ऐसे में सोंगा से हारने के बाद एक विशेषज्ञ से सलाह ली और उनके चेकअप करने के बाद ग्लूटन, रिफाइंड चीनी, डेयरी प्रोडक्ट से दूर रहने की ठानी।

जोकोविच काफी लंबे समय से वीगन डाइट फॉलो कर रहे हैं।
जोकोविच काफी लंबे समय से वीगन डाइट फॉलो कर रहे हैं।

जोकोविच ग्लूटन फ्री खाना खाते हैं। रिफाइंड चीनी और डेयरी के सामान को हाथ तक नहीं लगाते। साल 2010 के बाद से जोकोविच ने अपने खाने में ये बदलाव किए हैं। नाश्ते में भी वो हरी सब्जियों का जूस खाना पसंद करते हैं। जोकोविच के खेल पर इस डाइट का प्रभाव सभी को उनके रिकॉर्ड के जरिए पता चल सकता है।

4) मैच में खजूर से ताकत

जोकोविच ब्रेक में खजूर से बने स्नैक खाते हैं।
जोकोविच ब्रेक में खजूर से बने स्नैक खाते हैं।

जोकोविच सामान्य रूप से मैच के दौरान एनर्जी के लिए अन्य खिलाड़ियों की तरह प्रोटीन बार नहीं खाते और इसकी जगह खजूर खाना बेहद पसंद करते हैं। जोकोविच के मुताबिक इनसे उन्हें प्राकृतिक शुगर मिलती है और एनर्जी भी मिलती है। इसके साथ ही जोकोविच को केला खाना भी काफी पसंद है।

5) भाषाओं के जानकार हैं जोकोविच

जोकोविच सर्बियन भाषा के अलावा अंग्रेजी, इटालियन और थोड़ी बहुत स्पेनिश भी बोल लेते हैं। कई मौकों पर जोकोविच मैच जीतने के बाद स्थानीय भाषा बोलते देखे जाते हैं।

6) मजाकिया अंदाज के लिए पहचान

2015 यूएस ओपन में मैच जीतने के बाद फैन के साथ कोर्ट पर डांस करते जोकोविच।
2015 यूएस ओपन में मैच जीतने के बाद फैन के साथ कोर्ट पर डांस करते जोकोविच।

जोकोविच को कई टेनिस प्रेमी गुस्सैल समझते हैं लेकिन असल जिंदगी में जोकोविच बेहद मजाकिया मिजाज के हैं। जोकोविच दूसरों की मिमिक्री और नकल करने के लिए मशहूर हैं। पूर्व विश्व नंबर 1 महिला टेनिस खिलाड़ी मारिया शारापोवा के कोर्ट पर खेलने की नकल जोकोविच बेहतरीन तरीके से करते हैं। साथ ही समय-समय पर अपने अंदाज से फैंस को हंसाने का कोई मौका जोकोविच नहीं छोड़ते।