दक्षिण एशिया के इकलौते एटीपी टूर टूर्नामेंट महाराष्ट्र ओपन में भारतीय चुनौती समाप्त हो गई है। पुणे में हो रही एटीपी 250 टूर प्रतियोगिता के पहले दौर में रामकुमार रामनाथन की हार के साथ ही पुरुष सिंगल्स से सभी भारतीय खिलाड़ी बाहर हो गए। करीब 6 करोड़ रुपए की कुल इनामी धनराशि वाले इस टेनिस टूर्नामेंट के पुरुष सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में कुल 4 भारतीयों को जगह मिली थी। हालांकि डबल्स में भारतीय खिलाड़ी अभी मौजूद हैं।
एटीपी विश्व रैंकिंग में नंबर 340 और भारत के टॉप सिंगल्स खिलाड़ी मुकुंद शशिकुमार इटली के क्वालीफ़ायर फ्लावियो कोबोली ने सीधे सेटों में मात दी। विश्व नंबर 171 फ्लावियो ने 6-4, 7-5 से जीत दर्ज कर अंतिम 16 में प्रवेश किया। भारत के मुकुंद को बतौर वाइल्ड कार्ड टूर्नामेंट में प्रवेश दिया गया था। वहीं क्वालीफ़ायर के तौर पर आए रामकुमार रामनाथन को विश्व नंबर 62 स्पेन के पेद्रो मार्टिनेज ने हराया। पेद्रो ने रामकुमार को 3-6, 7-5, 6-3 से मात दी। भारत के सुमित नागल और मानस धामने पहले ही हारकर बाहर हो चुके हैं।
पुरुष डबल्स में भारत के रोहन बोपन्ना और नीदरलैंड्स के बॉटिक वैन जैंडशल्प की जोड़ी को भारत के ही रामकुमार रामनाथन और मेक्सिको के मिगुल वरेला ने हराकर बड़ा उलटफेर किया। रामनाथन-वरेला की जोड़ी ने 7-6, 6-7, 11-9 से जीत हासिल की। वहीं भारत के युकी भांबरी और साकेत मायेनी की जोड़ी भी हारकर बाहर हो गई। युकी-साकेत को तीसरी सीड फ्रांस के सादियो डुम्बिया-फेबियन रिबुल ने 6-7, 7-5, 10-7 से हराकर क्वार्टर-फाइनल में जगह बनाई। भारत के श्रीराम बालाजी-जीवन की जोड़ी पहले ही क्वार्टर-फाइनल में पहुंच चुकी है।
भारत में इस एटीपी इवेंट की शुरुआत साल 1996 में दिल्ली ओपन के रूप में हुई थी। टूर्नामेंट का आयोजन 2005 से 2017 तक चेन्नई में किया गया और साल 2018 में इसे महाराष्ट्र में आयोजित किया जाने लगा। पुरुष सिंगल्स में पूर्व विश्व नंबर 3 मारिन चिलिच, अर्जेंटीना के सबेस्टियन बेइज, जैसे बड़े नाम भी भाग ले रहे हैं।