जापान की नाओमी ओसाका ने यूएस ओपन के फाइनल में एक सेट से पिछड़ने के बाद जोरदार वापसी की और बेलारूस की विक्टोरिया अजारेंका को मात देकर तीसरी बार ग्रैंडस्लैम खिताब जीता। चौथी वरीय नाओमी ओसाका ने यूएस ओपन के फाइनल में गैरवरीय अजारेंका को 1-6, 6-3, 6-3 से हराया। नाओमी ओसाका का फ्लशिंग मीडोज के आर्थर एश स्टेडियम में यूएस ओपन का फाइनल मुकाबला 1 घंटे और 53 मिनट में जीता।
22 साल की नाओमी ओसाका ने अपने करियर का तीसरा ग्रैंडस्लैम खिताब जीता। इससे पहले उन्होंने 2018 यूएस ओपन और 2019 ऑस्ट्रेलियन ओपन खिताब जीता था। 31 साल की विक्टोरिया अजारेंका ने यूएस ओपन के फाइनल में पहला सेट सिर्फ 26 मिनट में अपने नाम किया था। उन्होंने पहली सर्व में 88 प्रतिशत सफलता दर से ओसाका पर पूरा दबाव बनाया। जापानी खिलाड़ी पहले सेट में बिलकुल ऊर्जाहीन नजर आई और उन्होंने 13 अनफोर्स्ड एरर किए।
यूएस ओपन के फाइनल में ओसाका ने की दमदार वापसी
इसके बाद दूसरे सेट में भी विक्टोरिया अजारेंका 2-0 की बढ़त पर थी। फिर नाओमी ओसाका ने अपनी लय पकड़ी और दो बार सर्विस ब्रेक करते हुए 4-3 की बढ़त बनाई। लय फिर ओसाका के पक्ष में तुरंत आई और उन्होंने तीसरी बार सर्विस तोड़ते हुए यूएस ओपन के फाइनल मुकाबले को निर्णायक सेट में धकेला।
नाओमी ओसाका ने तीसरे सेट के चौथे गेम में पहली बार सर्विस ब्रेक करके आनंद लिया और 3-1 की बढ़त बनाई। अजारेंका ने फिर यूएस ओपन फाइनल में वापसी का सुनहरा मौका गंवाया। उन्होंने तीन ब्रेक प्वाइंट खराब किए और ओसाका ने 0-40 से उबरते हुए 4-1 की बढ़त बनाई। अजारेंका ने फिर चार ब्रेक प्वाइंट सुरक्षित करते हुए 4-2 की बढ़त बनाई और मुकाबला जीवंत रखा। जब सातवें गेम में अजारेंका ने ओसाका की सर्विस तोड़ी तो सेट दोबारा सर्विस पर आ गया।
मगर ओसाका ने तुरंत पलटवार किया और सर्विस तोड़ते हुए मैच बचा लिया। ओसाका के दूसरे चैंपियनशिप प्वाइंट पर अजारेंका ने गेंद नेट पर मार दी। विरोधी के साथ रैकेट टकराने के बाद ओसाका कोर्ट पर गिर गई और जश्न में आसमान की तरफ देखने लगी। ओसाका ने कोर्ट पर तामिर राइस के नाम का मास्क पहनकर कोर्ट पर एंट्री की थी। 2014 में ओहियो में एक गोरे पुलिस अधिकारी ने 14 साल के इस अफ्रीकी अमेरिकी लड़के की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
ओसाका ने समझाया, 'मुझे लगा कि एक घंटे के अंदर हारना शर्मनाक होगा तो मैं बस इतनी कोशिश कर रही थी कि मैच को ज्यादा से ज्यादा समय तक आगे ले जा सकूं। मैंने हमेशा देखा कि मैच प्वाइंट के बाद वह बिखरने लगते हैं। मगर मेरा हमेशा से मानना है कि आप खुद को चोटिल कर सकते हैं तो मैंने सुरक्षित रखना चाहा।'