नोवाक जोकोविच ने कहा- मैं न्‍यूयॉर्क वाली गलती दोबारा नहीं करूंगा

नोवाक जोकोविच
नोवाक जोकोविच

दुनिया के नंबर-1 टेनिस खिलाड़ी सर्बिया के नोवाक जोकोविच ने कहा कि वह फ्रेंच ओपन में यूएस ओपन डिस्‍क्‍वालीफिकेशन वाली गलती नहीं दोहराएंगे। जोकोविच ने कहा- 'मैं वहीं गलती दोबारा नहीं करूंगा।' नोवाक जोकोविच को यूएस ओपन से डिस्‍क्‍वालीफाई कर दिया गया था जब उन्‍होंने गुस्‍से में लाइन जज के गले पर गेंद मार दी थी। यह घटना रिकॉर्ड बुक में भी दर्ज हुई क्‍योंकि सर्बियाई खिलाड़ी की 2020 में 32 मैचों में पहली हार थी।

नोवाक जोकोविच ने कहा, 'मैं निश्चित ही कोर्ट पर टेनिस बॉल को लेकर अतिरिक्‍त सचेत रहूंगा। न्‍यूयॉर्क में जो हुआ, वो ऐसी चीज है, जो मेरे दिमाग में घर कर चुकी है। यह लंबे समय तक मेरे दिमाग में रहने वाली है। मैं जरूर सुनिश्चित करूंगा कि दोबारा कभी ऐसी गलती नहीं दोहराऊं।' हालांकि, न्‍यूयॉर्क में डिस्‍क्‍वालीफाई होने के बाद नोवाक जोकोविच के प्रदर्शन पर कोई असर नहीं पड़ा। जोकोविच ने इटालियन ओपन खिताब जीतकर रिकॉर्ड 36वां मास्‍टर्स खिताब अपने नाम किया और राफेल नडाल को पीछे छोड़ा। नोवाक जोकोविच की इस साल पांच इवेंट में यह चौथी ट्रॉफी थी।

नोवाक जोकोविच का अब ये है इरादा

नोवाक जोकोविच ने 287 सप्‍ताह से नंबर-1 रैंकिंग पर अपना कब्‍जा बरकरार रखा है। उन्‍होंने पीट सैम्‍प्रास को पीछे छोड़ा जबकि रोजर फेडरर (310) से पीछे हैं। जोकोविच ने कहा, 'मैं खिलाड़ी के रूप में अपना सर्वश्रेष्‍ठ वर्जन बनना चाहता हूं। मैं टेनिस मैच जीतना चाहता हूं।' 33 साल के नोवाक जोकोविच ने अपना अगला लक्ष्‍य फ्रेंच ओपन खिताब पर साध रखा है। उन्‍होंने 2016 में पहली बार फ्रेंच ओपन खिताब जीता था। फ्रेंच ओपन जीतने से नोवाक जोकोविच के ग्रैंड स्‍लैम की संख्‍या 18 हो जाएगी और वह नडाल (19) व रोजर फेडरर (20) के काफी करीब पहुंच जाएंगे।

जोकोविच का इस साल फ्रेंच ओपन के फाइनल में राफेल नडाल से सामना हो सकता है। नडाल ने शुक्रवार को नई विल्‍सन गेंदों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई क्‍योंकि उन्‍होंने दावा किया कि क्‍ले कोर्ट के मुताबिक यह गेंदें काफी भारी हैं। स्‍पेशिन खिलाड़ी का यह भी मानना है कि इससे खिलाड़‍ियों को कंधें व कोहनी की समस्‍याएं हो सकती हैं। नोवाक जोकोविच ने नडाल के डर के प्रति संवेदना प्रकट की, लेकिन इस पर अपने विचार भी रखे।

नोवाक जोकोविच ने कहा, 'मैं मानता हूं कि गेंदें काफी भारी हैं। मगर ऐसा इसलिए भी हो सकता है क्‍योंकि हम अक्‍टूबर में टूर्नामेंट खेल रहे हैं और वहां बहुत ठंडी होगी। क्‍ले भारी और गीला होगा। परिस्थितियों के कारण गेंद पर भी प्रभाव पड़ेगा। यह कहना मुश्किल है कि गेंद आमतौर पर भारी है क्‍योंकि हमें इस तरह की धीमी सतह और भारी स्थितियों में खेलना है।'