भारत के सुमित नागल ने साल के पहले टेनिस ग्रैंड स्लैम ऑस्ट्रेलियन ओपन के पुरुष सिंगल्स क्वालीफायर्स में लगातार दूसरा मुकाबला जीत लिया है। एटीपी की विश्व रैंकिंग में 139वें स्थान पर काबिज सुमित ने क्वालीफ़ायर के दूसरे दौर में 19 वर्षीय ऑस्ट्रेलियाई वाइल्ड कार्ड खिलाड़ी एडवर्ड विंटर को 6-3, 6-2 से मात दी। अब पुरुष सिंगल्स के मुख्य ड्रॉ में पहुंचने के लिए सुमित को आखिरी क्वालीफ़ायर मैच जीतना होगा।
भारत के टॉप सिंगल्स टेनिस खिलाड़ी सुमित ने विंटर को आसानी से सीधे सेटों में हराया और इस मुकाबले को जीत अगले दौर में प्रवेश किया। 28वीं सीड सुमित को क्वालीफाइंग के तीसरे दौर में 14वीं वरीयता प्राप्त स्लोवाकियाई खिलाड़ी एलेक्स मोल्कन से भिड़ना है। 26 वर्षीय मोल्कन के खिलाफ सुमित को खास मेहनत करनी होगी क्योंकि मोल्कन की करियर की सर्वोच्च रैंकिंग 38 रह चुकी है और वह लगातार पिछले 9 ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ में भाग ले चुके हैं।
सुमित नागल अगर मोल्कन को हरा देते हैं तो वह ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य ड्रॉ में पहुंच जाएंगे। नागल ने अभी तक अपने करियर में केवल एक बार साल 2021 में ऑस्ट्रेलियन ओपन के मुख्य ड्रॉ में मुकाबला खेला था जहां वह पहले दौर में हार कर बाहर हो गए थे। इसके बाद से ही वह किसी ग्रैंड स्लैम के मुख्य ड्रॉ का हिस्सा नहीं बने हैं, हालांकि करीब दो सालों तक नागल चोट के कारण कई क्वालीफायर खेल भी नहीं पाए। ग्रैंड स्लैम मुकाबलों में नागल का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2020 के यूएस ओपन में आया, जहां वह दूसरे दौर तक पहुंचने में कामयाब रहे थे।
सानिया और रमेश 'सर्वश्रेष्ठ भारतीय खिलाड़ी'
भारत की बात करें तो ऑस्ट्रेलियन ओपन के सिंगल्स में सबसे अच्छा प्रदर्शन सानिया मिर्जा का रहा है जो साल 2005 और 2008 में यहां महिला सिंगल्स के तीसरे दौर तक पहुंची थीं। उनके अलावा रमेश कृष्णन भी इस लिस्ट में शामिल हैं जो अपने करियर में पांच बार - साल 1983, 1984, 1987, 1988 और 1989 में पुरुष सिंगल्स के तीसरे दौर तक पहुंचे थे। साल 1989 में तो रमेश ने दूसरे दौर में तत्कालीन विश्व नंबर 1 खिलाड़ी मैट्स वाइलेंडर को हराया था। इनके अलावा विजय अमृतराज और लिएंडर पेस भी ऑस्ट्रेलियन ओपन के सिंगल्स मुकाबलों में दूसरे दौर तक पहुंच चुके हैं।