Wimbledon - डबल्स के पहले दौर में हारकर बाहर हुईं भारत की सानिया मिर्जा

सानिया मिर्जा का ये आखिरी प्रोफेशनल टेनिस सीजन है।
सानिया मिर्जा का ये आखिरी प्रोफेशनल टेनिस सीजन है।

भारत की स्टार टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा (Sania Mirza) विम्बल्डन महिला डबल्स के पहले ही दौर में हारकर बाहर हो गई हैं। सानिया मिर्जा और उनकी चेक रिपब्लिकन जोड़ीदार लूसी ह्राद्रेक की जोड़ी को पहले दौर में पोलेंड की माग्दालेना फ्रेच और ब्राजील की बीटरिज माइया की जोड़ी ने 4-6, 6-4, 6-2 से मात दी।

सानिया-लूसी की छठी वरीयता प्राप्त जोड़ी ने एस और डबल फॉल्ट के मामले में विरोधी जोड़ी से अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन ब्रेक प्वाइंट और सेकेंड सर्व के मामले में मात खा गईं। सानिया का ये आखिरी विम्बल्डन महिला डबल्स मुकाबला है क्योंकि सानिया पहले ही संन्यास का ऐलान कर चुकी हैं और इस सीजन को आखिरी घोषित कर चुकी हैं। इस सीजन सानिया अभी तक कोई खिताब जीत नहीं पाई हैं। सानिया-लूसी की जोड़ी फ्रेंच ओपन के तीसरे दौर में हारकर बाहर हुई थी।

साल 2015 में मार्टिना हिंगिस के साथ विम्बल्डन महिला डबल्स का खिताब जीत चुकी सानिया के लिए फिलहाल मिक्स्ड डबल्स में मौका बाकी है। सानिया क्रोएशिया के मैट पैविच के साथ जोड़ी बनाकर खेल रही हैं। मैच पैविच पूर्व डबल्स विश्व नंबर 1 हैं और मिक्स्ड डबल्स में दो ग्रैंड स्लैम जीत चुके हैं। मिक्स्ड डबल्स में भारत के लिएंडर पेस 4 बार अलग-अलग जोड़ीदारों के साथ खिताब जीत चुके हैं जबकि महेश भूपति ने 2 बार विम्बल्डन मिक्स्ड डबल्स की ट्रॉफी जीती है।

पुरुष डबल्स के पहले दौर में भारत के रामकुमार रामनाथन पहले दौर में अपना अभियान शुरु करेंगे। रामकुमार के पार्टनर बोस्निया के टोमिसलाव बर्किच हैं और पहले दौर में ये जोड़ी अमेरिका के निकोलस मुनरो-टॉमी पॉल की जोड़ी का सामना करेगी। भारत के लिए डबल्स में पहली बार साल 1999 में महेश भूपति-लिएंडर पेस ने खिताब जीता था। साल 2003 में डबल्स में महेश भूपति फाइनल में हारे थे।