साल के आखिरी टेनिस टूर्नामेंट एटीपी फाइनल्स का आगाज आज से इटली के तुरिन में होगा। पुरुष टेनिस में साल के टॉप 8 खिलाड़ी सिंगल्स और डबल्स के खिताब के लिए इस प्रतियोगिता में भाग लेते हैं। इस बार राफेल नडाल, नोवाक जोवोकिच जैसे नाम इस प्रतियोगिता में भाग ले रहे हैं, लेकिन विश्व नंबर 1 स्पेन के कार्लोस अल्कराज चोट के कारण इसका हिस्सा नहीं बन पाएंगे।
ये खिलाड़ी बने हैं हिस्सा
पुरुष सिंगल्स में इस बार रैंकिंग, टूर प्वाइंट्स और खिताब के अनुसार राफेल नडाल को पहली वरीयता मिली है। इनके अलावा ग्रीस के स्टेफानोस सितसिपास, नॉर्वे के कैस्पर रूड, पूर्व विश्व नंबर 1 डेनिल मेदवेदेव, कनाडा के युवा खिलाड़ी फीलिक्स ऑगर-अलियासिमे, रूस के एंड्री रुब्लेव, पूर्व विश्व नंबर 1 सर्बिया के नोवाक जोकोविच भी इसमें खेल रहे हैं। अल्कराज के हटने से अमेरिका के टेलर फ्रिट्ज को खेलने का मौका मिला है।
क्या है फॉर्मेट ?
प्रतियोगिता में आठों खिलाड़ियों को चार-चार के दो ग्रुप में बांटा जाता है। ग्रीन ग्रुप में नडाल, रूड, फीलिक्स और टेलर फ्रिट्ज हैं जबकि रेड ग्रुप में जोकोविच, मेदवेदेव, सितसिपास और रुब्लेव शामिल हैं। सभी खिलाड़ी आपस में एक-एक बार मैच खेलेंगे। इस आधार पर हर ग्रुप से 2-2 खिलाड़ी सेमीफाइनल में प्रवेश करेंगे और यहां से नॉकआउट की तर्ज पर फाइनलिस्ट तय होंगे। 13 नवंबर को पहले दिन ग्रीन ग्रुप में रूड और फीलिक्स का मुकाबला होगा।
सबसे ज्यादा खिताब
स्विट्जरलैंड के रॉजर फेडरर के नाम सबसे ज्यादा 5 बार यह खिताब जीतने का रिकॉर्ड है। नोवाक जोकोविच के पास 4 एटीपी फाइनल्स टाइटल हैं। साल 1970 में शुरु हुई प्रतियोगिता को राफेल नडाल एक बार भी नहीं जीत पाए हैं।
पिछली बार जर्मनी के ऐलेग्जेंडर ज्वेरेव ने यहां टाइटल जीता था लेकिन इस साल फ्रेंच ओपन सेमीफाइनल के दौरान वह चोटिल हो गए और उसके बाद से ही कोर्ट पर वापसी नहीं कर पाए हैं। वहीं डेनिल मेदवेदेव पिछले साल उपविजेता रहे थे। एटीपी फाइनल्स को चारों ग्रैंड स्लैम के बाद सबसे बड़ा दर्जा प्राप्त है। टूर्नामेंट के जरिए अधिकतम 1500 रैंकिंग प्वाइंट खिलाड़ियों को प्राप्त हो सकते हैं।