महज 5 साल की उम्र में अखाड़े में उतर गए थे पहलवान दीपक नेहरा, कॉमनवेल्थ खेलों में जीता है ब्रॉन्ज

97 किलो वर्ग में ब्रॉन्ज जीतने वाले दीपक ने 2021 विश्व जूनियर चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज जीता था
97 किलो वर्ग में ब्रॉन्ज जीतने वाले दीपक ने 2021 विश्व जूनियर चैंपियनशिप में भी ब्रॉन्ज जीता था

महज 19 साल की उम्र में भारत के पहलवान दीपक नेहरा ने कॉमनवेल्थ खेलों में अपना पहला मेडल हासिल कर लिया है। दीपक ने पुरुषों की फ्रीस्टाइल 97 किलोग्राम स्पर्धा में पाकिस्तान के तैयब रजा को हराते हुए ब्रॉन्ज मेडल हासिल किया। पिछले ही साल दीपक ने विश्व जूनियर चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज जीता था और अब सीनियर लेवल पर अपने करियर का अभी तक का सबसे बड़ा पदक जीता है।

हरियाणा के रोहतक जिल के रहने वाले दीपक ने सिर्फ 5 साल की उम्र में कुश्ती शुरु कर दी थी। दीपक का खेल से लगाव काफी था इसलिए परिवार ने भी बच्चो को अखाड़े में भेजने में हिचकिचाहट नहीं दिखाई।

परिवार का पेशा खेती का था और घर की वित्तीय हालत भी ठीक नहीं थी। यहां तक कि एक समय घर पर टीवी भी नहीं था और बेटे के मुकाबले की जानकारी पड़ोसियों से पूछकर मिलती थी। लेकिन माता-पिता ने संसाधनों के अभाव का असर दीपक की ट्रेनिंग पर पड़ने नहीं दिया। दीपक जब 9 साल के थे तो उन्हें मिर्चपुर की एक अकादमी में पिता ने दाखिला दिलवा दिया।

दीपक ने इसी साल अंडर-23 एशियन चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल हासिल कर कॉमनवेल्थ खेलों के लिए अपनी तैयारी से सभी को परिचित करवा दिया था। उन्होंने जून 2022 में हुई वर्ल्ड रैंकिंग सीरीज में भी ब्रॉन्ज मेडल जीतने में कामयाबी हासिल की। दीपक का कुश्ती के लिए जुनून इतना है कि जब वो मिर्चपुर की शहीद भगत सिंह इंटरनेशनल कुश्ती अकादमी में कुश्ती के पैंतरे सीख रहे थे तो त्योहार पर भी घर न जाकर अकादमी में ही ट्रेनिंग करते रहते थे।

कॉमनवेल्थ खेलों की तैयारी के लिए भी दीपक रोज 8 घंटे की प्रैक्टिस किया करते थे। दीपक पर ब्रॉन्ज मेडल की लड़ाई में दबाव काफी ज्यादा था क्योंकि एक तो उनका विरोधी खिलाड़ी पाकिस्तान से था और दीपक से पहले आए सभी 11 भारतीय पहलवानों ने कोई न कोई मेडल जीत लिया था। लेकिन दीपक ने भी निराश नहीं किया और खाली हाथ नहीं लौटे। अब ब्रॉन्ज जीतने के बाद दीपक का लक्ष्य 2024 पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई कर मेडल जीतने का है।

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