ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ रांची टेस्ट के आखिरी दिन लंच के समय तक भारतीय टीम बेहद मजबूत स्थिति में थी, लेकिन पीटर हैंड्सकॉम्ब और शॉन मार्श ने शानदार साझेदारी निभाकर मैच को ड्रॉ की तरफ मोड़ दिया। पहले सेशन में मैट रेंशॉ और विपक्षी कप्तान स्टीव स्मिथ को आउट करने के बाद भारतीय टीम का मनोबल काफी ऊँचा हो गया था, लेकिन लंच के बाद ऑस्ट्रेलिया के बल्लेबाजों ने गज़ब की दृढ़ता का परिचय दिया। रविन्द्र जडेजा ने शानदार गेंदबाजी की, लेकिन दूसरे क्षोर से उन्हें अश्विन से मदद नहीं मिल पाई। चेतेश्वर पुजारा को उनके दोहरे शतक के लिए मैन ऑफ़ द मैच चुना गया। मैच के बाद भारतीय टीम के कप्तान विराट कोहली ने कहा," टॉस हारना काफी मुश्किल भरा रहा और फिर विरोधी टीम ने 450 रन बना दिए, लेकिन हमने बढ़िया बल्लेबाजी की। राहुल और विजय ने अच्छी शुरुआत और फिर उसके बाद पुजारा और साहा की साझेदारी अद्भुत थी। मुझे 150 के बढ़त की उम्मीद नहीं थी। कल हमने दो विकेट लेकर मैच को बनाया था, लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने अच्छी बल्लेबाजी करके मैच बचा लिया। धर्मशाला में हम और बेहतर प्रदर्शन करके मैच और सीरीज जीतना चाहेंगे।" कोहली ने पुजारा की तारीफ करते हुए कहा कि वो एक बेहतरीन टेस्ट बल्लेबाज हैं और उनकी ये पारी लाजवाब थी। कोहली ने ऋद्धिमान साहा की भी जमकर तारीफ की और कहा कि वो एक बहुत अच्छे इंसान हैं और उन्हें अच्छा प्रदर्शन करता देख काफी ख़ुशी होती है। कोहली ने साहा के वेस्टइंडीज दौरे पर खेली गई पारी के अलावा कोलकाता टेस्ट और इस टेस्ट का भी जिक्र किया, जब साहा ने मुश्किल परिस्थिति में टीम को संभाला। साहा हर किसी के अच्छे प्रदर्शन पर खुश रहते हैं और हमेशा हँसते रहते हैं। भारतीय कप्तान ने जडेजा की भी तारीफ की और कहा कि वो अद्भुत हैं। इतने लम्बे स्पेल में भी उन्होंने काफी किफायती गेंदबाजी की और मैंने ऐसा नहीं देखा था। ऑस्ट्रेलिया के कप्तान स्टीव स्मिथ ने भी अपने खिलाड़ियों की तारीफ की। उन्होंने कहा," इतनी बेहतरीन टीम के खिलाफ तीन मैचों के बाद सीरीज का 1-1 की बराबरी पर होना काफी शानदार है। धर्मशाला का मैच काफी महत्वपूर्ण है।" भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच चार टेस्ट मैचों की सीरीज का आखिरी मैच 25 मार्च से धर्मशाला में खेला जाएगा।